सेंसर बोर्ड ने तो कंगना की फिल्म प्रोडक्शन कंपनी को फिल्म इमरजेंसी को मंजूरी दे ही दी थी, बस प्रमाणपत्र जारी करना बाकी बचा था। लेकिन फिर कुछ ऐसा घटित हुआ कि फिल्म रुक गई। कंगना भाजपा की सांसद हैं और उन्हें इसका पूरा फायदा मिला। कई फिल्में सेंसर बोर्ड में लंबे समय तक फंसी रहती हैं और सेंसर बोर्ड जल्दी मंजूरी नहीं देता। हालांकि फिल्म का प्रमाणपत्र अब अन्य वजहों से रुका हुआ है।