विनोद कापड़ी की फ़िल्म ‘पायर’ का विश्व प्रीमियर एस्टोनिया की राजधानी टालिन के प्रतिष्ठित फिल्म महोत्सव में हुआ। फ़िल्म को अवार्ड भी मिला। इस फिल्म को लेकर फ़िल्म समीक्षक, इंटरनेशनल फेडरेशन ऑफ फिल्म प्रेस और फ्रांस में अंतरराष्ट्रीय प्रेस अकादमी डेस लुमिएरेस के सदस्य डेविड सांचेज़ ने विनोद कापड़ी से बातचीत के आधार पर एक रिपोर्ट छापी है। पढ़िए रिपोर्ट।
बॉलीवुड में नामी एक्टरों और एक्ट्रेस को जान से मारने की धमकी देने का तांता लगा हुआ है। ये सभी कॉल या मैसेज सीधे मुंबई पुलिस को मिल रहे हैं। सलमान खान के बाद अब मशहूर एक्टर शाहरुख खान को जान से मारने की धमकी दी गई है। लेकिन शाहरुख को धमकी में एक ट्विस्ट है, पढ़कर जानिएः
बाम्बे हाईकोर्ट ने गुरुवार को साफ शब्दों में सेंसर बोर्ड से कहा कि वो फिल्म इमरजेंसी को 25 सितंबर तक रिलीज करने या न करने का फैसला ले। फिल्म कंपनी ने इससे पहले 6 सितंबर को फिल्म रिलीज करने की घोषणा की थी लेकिन सेंसर बोर्ड से सर्टिफिकेट नहीं मिलने पर रिलीज रुक गई। इसके बाद कंगना रनौत हाईकोर्ट चली गईं।
अनुभव सिन्हा निर्देशित आईसी 814 वेब सीरीज़ सच्ची घटनाओं पर आधारित है। यह सीरीज़ 1999 में पांच आतंकवादियों द्वारा भारतीय विमान आईसी 814 के अपहरण पर आधारित है। जानिए, विवाद क्या है और नेटफ्लिक्स ने अब क्या कहा है।
70-80 के दशक की बेस्ट जोड़ी माने जाने वाले सलीम-जावेद पर अब एक डॉक्यूमेंट्री रिलीज हुई है। इस डॉक्यूमेंट्री का नाम है 'एंग्री यंग मैन'। पढ़िए इसकी समीक्षा।
2022 की फिल्मों के लिए राष्ट्रीय फिल्म पुरस्कार की घोषणा की गई है। कोविड-19 महामारी के कारण पुरस्कार समारोह में दो साल की देरी हुई है। जानिए, किनको क्या अवार्ड मिला।
मिस्टर एंड मिसेज माही फिल्म का न तो महेन्द्र सिंह धोनी से कोई नाता है, न धोनी की पत्नी से! यह फिल्म क्रिकेट के बैकड्राप पर जरूर बनी है, लेकिन क्रिकेट इसका आधार नहीं है। पढ़िए, फ़िल्म की समीक्षा।
पायल कपाड़िया ने 'ऑल वी इमेजिन एज़ लाइट' के लिए कान्स फिल्म फेस्टिवल में ग्रैंड प्रिक्स पुरस्कार जीतकर इतिहास रच दिया है। जानिए, अभिव्यक्ति की आज़ादी के लिए इनके साथ एफटीआईआई ने कैसा व्यवहार किया था।
फिल्मों में बिहार को पेश करने का नजरिया आज भी नहीं बदला। ये भी कह सकते हैं कि डायरेक्टर अपना नजरिया बदलने को तैयार नहीं। मनोज वाजपेयी की इस फिल्म में कुछ भी नया नहीं है। इसलिए डॉ प्रकाश हिन्दुस्तानी की पूरी समीक्षा पढ़कर अपना निचोड़ निकाल लीजिए।
आंध्र प्रदेश के मछलीपट्टनम में एक दिव्यांग लड़के का जन्म हुआ और उसके पिता ने प्रसिद्ध भारतीय क्रिकेटर के नाम पर उसका नाम 'श्रीकांत' रखा। लेकिन यह फिल्म श्रीकांत बोल्ला की वास्तविक जीवन की कहानी पर आधारित है। जाने-माने फिल्म समीक्षक डॉ प्रकाश हिन्दुस्तानी को यह फिल्म क्यों नहीं पसंद आई, आप भी जानिएः