भारत की न्यायपालिका को न्याय की आखिरी उम्मीद माना जाता है—लेकिन क्या होता है जब यह व्यवस्था खुद गहरे जड़ जमाए जातिगत असंतुलन को दर्शाती है? "सुनिए सच" के इस आंखें खोल देने वाले एपिसोड में, वरिष्ठ पत्रकार डॉ. पंकज श्रीवास्तव मोदी सरकार के हालिया खुलासे की पड़ताल करते हैं: हाई कोर्ट के 78% जज ऊपरी जातियों से हैं। इससे देश की विशाल आबादी—खासकर दलितों और आदिवासियों—का देश के सबसे शक्तिशाली संस्थानों में से एक में बहुत कम या न के बराबर प्रतिनिधित्व रह जाता है।
सुप्रीम कोर्ट द्वारा बार-बार प्रतिबंध लगाए जाने के बावजूद देश भर में बुलडोजर का उपयोग क्यों जारी है? इससे भी अधिक चिंताजनक बात—ये विध्वंस अल्पसंख्यकों को असमान रूप से क्यों निशाना बना रहे हैं? "सुनिए सच" के इस एपिसोड में वरिष्ठ पत्रकार पंकज श्रीवास्तव उस परेशान करने वाले उभार की गहराई में जाते हैं, जिसे 'बुलडोजर न्याय' कहा जा रहा है—एक प्रवृत्ति जो देश की सर्वोच्च अदालत को खुलेआम चुनौती देती प्रतीत हो रही है।
सरकार वक्फ संशोधन विधेयक लाने के लिए तैयार है, और यह पहले से ही राजनीतिक तूफान खड़ा कर रहा है। विपक्षी दलों का तेज विरोध और मुस्लिम संगठनों की विरोध प्रदर्शन की तैयारियों के बीच, यह विधेयक पूरे देश में विवाद का केंद्र बना हुआ है। लेकिन इस विधेयक में ऐसा क्या है कि लोग इसके खिलाफ उठ खड़े हुए हैं?
आगरा में शिवाजी स्मारक की योजना क्यों बन रही है? यही बड़ा सवाल है जिस पर आज 'सुनिए सच' के इस एपिसोड में हम वरिष्ठ पत्रकार पंकज श्रीवास्तव के साथ गहराई से चर्चा कर रहे हैं। महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री ने इस चौंकाने वाले कदम की घोषणा की है, लेकिन यह सवाल खड़े कर रहा है - खासकर जब आप ऐतिहासिक तथ्यों को देखते हैं।
क्या कर्नाटक में मुस्लिमों को धर्म के आधार पर आरक्षण मिला है? बीजेपी इसे तुष्टिकरण बता रही है, जबकि सिद्धारमैया सरकार ने इसका बचाव किया है। जानें इस विवाद का पूरा सच।
जब चीन AI जैसे क्षेत्र में दुनिया को चौंका रहा है तो भारत मंदिर-मस्जिद पर बहस में उलझा है। क्या यह प्रतिक्रांति भारत को फिर पीछे ले जाएगी? पढ़ें यह गहन विश्लेषण।
औरंगज़ेब की छवि को लेकर घमासान मचा है। लेकिन क्या आपको पता है कि बीजेपी नेता रीता बहुगुणा जोशी भी कह चुकी हैं कि औरंगज़ेब की छवि इतिहास में 'ग़लतफ़हमियों का शिकार' रही है? जानें पूरा विवाद क्या है।
पूर्व मंत्री अरुण शौरी ने अपनी किताब में सावरकर के 'देशप्रेम और साहस' की पड़ताल करते हुए उन्हें 'झूठा और मनगढंत' करार दिया। जानिए, उनके बयान के पीछे की पूरी कहानी।
भूखे बच्चों के लिए भोजन, बच्चों को स्कूल, मज़दूरों को मज़दूरी नहीं मिलने की शिकायत करना और हज़ारों रुपये ख़र्च कर कंपटीशन में डुबकियाँ लगाने की बात कहना क्या धर्म का अपमान हो गया? खड़गे के बयान को मुद्दा क्यों बना रही बीजेपी?
अरविंद केजरीवाल ने जो कथित बेईमानों की जो तस्वीरें जारी की हैं उसमें राहुल गांधी का नाम किस आधार पर डाला? क्या इसलिए कि दिल्ली चुनाव में विरोधी हैं? जानिए, अरविंद केजरीवाल के आरोप कितने सही साबित हुए हैं अब तक।
आरएसएस-बीजेपी वाले नेताजी सुभाष चंद्र बोस के बहाने से पानी पी-पीकर कोसते हैं कि नेताजी कांग्रेस के सताये हुए थे। वो कांग्रेस के बागी थे। लेकिन इस मुद्दे पर अब संघियों का पर्दाफाश हो गया है। भारत की स्वतंत्रता की जिस लड़ाई को संघ प्रमुख मोहन भागवत ने पल भर में खारिज कर दिया, उस लड़ाई को नेताजी सुभाष चंद्र बोस ने किस तरह लड़ा था। उनके क्या विचार थे। शायद यही वजह है कि राहुल गांधी ने मोहन भागवत को देशद्रोही कहने में देर नहीं लगाई।
इमरजेंसी भारतीय लोकतंत्र के इतिहास का धब्बा और सबक़ लेने वाला प्रसंग है। अगर मौजूदा माहौल से आँख मूंदकर पचास साल पहले की 'बच्चा इमरजेंसी’ की याद दिलाकर राजनीतिक स्वार्थ साधने की फ़िल्म बनायी जाएगी तो जनता वैसा ही जवाब देगी जैसा कि कंगना रनौत को मिला है। वरिष्ठ पत्रकार पंकज श्रीवास्तव बता रहे हैं इस फिल्म के फ्लॉप होने की असली वजहः
1975 में दिल्ली के रामलीला मैदान में विपक्ष की एक बड़ी रैली हुई थी। जय प्रकाश नारायण ने इसी रैली में इंदिरा गाँधी से कुर्सी छोड़ने की माँग करते हुए सेना और पुलिस का आह्वान किया था कि वह सरकार के आदेश को न माने। इनके भाषण को क्या कहा जाएगा?
बाबरनामा में क्या अयोध्या और संभल में हिंदू मंदिर तोड़कर मस्जिद बनाने का ज़िक्र किया गया है या फिर इस पर झूठ फैलाया जा रहा है? जानिए योगी आदित्यनाथ के दावे की सचाई क्या।
रायबरेली और मुंशीगंज कस्बे को जोड़ने वाले पुल पर आंदोलनकारी किसानों को घेरकर अंग्रेज़ों के गुर्गे ज़मींदार वीरपाल सिंह के हुक्म पर 104 साल पहले इसी दिन गोलियों से भून दिया गया था। जानें इस घटना की पूरी दास्तां।
बनारस हिंदू विश्वविद्यालय में कुछ छात्र-छात्राएँ आर्ट्स फैकल्टी ग्राउंड में ‘मनुस्मृति’ पर चर्चा के लिए इकट्ठा हुए थे। पुलिस का आरोप है कि इनका इरादा मनुस्मृति जलाने का था। तो सवाल है कि उन्हें गिरफ़्तार क्यों किया गया?
अरविंद केजरीवाल की आम आम आदमी पार्टी ने मनमोहन सिंह को कभी ‘भ्रष्टतम प्रधानमंत्री’ कहा था, लेकिन अब इसने उनके लिए ‘भारत रत्न’ की माँग की है। क्या केजरीवाल अपनी पार्टी की ग़लतबयानी के लिए माफी नहीं मांगनी चाहिए?
कांग्रेस की सर्वोच्च निर्णय लेने वाली संस्था कांग्रेस कार्य समिति की बेलगाम अधिवेशन खास क्यों है और इसका महात्मा गांधी से 100 साल पुराना क्या जुड़ाव है?
कुमार विश्वास की नज़र में सोनाक्षी सिन्हा, पिता शत्रुघ्न सिन्हा के घर में रखा हुआ ‘सामान' थीं। सोनाक्षी सिन्हा पर कुमार विश्वास का तंज़ क्या संविधान पर किया गया मनुस्मृति का वार नहीं है?
राज्यसभा में आंबेडकर पर गृहमंत्री अमित शाह का बयान क्या दर्शाता है? क्या उनपर आंबेडकर पर आरएसएस के विचार की छाप नहीं है? जानिए, खुद आंबेडकर ने संघ के बारे में क्या-क्या कहा है।
राहुल गाँधी पर आरोप है कि वे इंडिया गठबंधन को जीत नहीं दिला पा रहे हैं। एक क्षण के लिए मान भी लिया जाए कि सारी ज़िम्मेदारी अकेले राहुल की है पर क्या उनकी ओर से उठाये गये मुद्दे भी ग़लत हैं? जानिए, आख़िर राहुल किस तरह की राजनीति कर रहे हैं।
बांग्लादेश की अंतरिम सरकार ने पाकिस्तान के साथ गर्मजोशी भरे रिश्तों का नया दौर शुरू किया है। पाकिस्तान का एक मालवाहक पोत 13 नवंबर को बांग्लादेश पहुँचा। यह 53 साल पहले बांग्लादेश के जन्म के बाद दोनों देशों के बीच हुआ पहला सीधा समुद्री संपर्क था। ऐसे हालात कैसे बने और इसमें मोदी सरकार की भूमिका क्या है?
राहुल गांधी जब यह आरोप लगा रहे हैं कि गौतम अडानी को कई देशों में सौदा दिलाने में प्रधानमंत्री मोदी ने अपने पद का प्रभाव डाला और दोनों के बीच संबंध हैं तो बीजेपी उनको ग़द्दार क्यों बता रही है?