भारत से विदेशी निवेशकों का पलायन क्यों हो रहा है? क्या चीन ज्यादा आकर्षक निवेश की जगह बन गया है? जानिए इस बदलाव के पीछे की वजहें और भारत की अर्थव्यवस्था पर असर।
भारत सरकार ने सॉवरेन गोल्ड बॉन्ड योजना को बंद करने का फैसला क्यों किया। क्या यह वित्तीय घाटे के कारण था? इस फैसले के पीछे के कारणों और निवेशकों पर इसके प्रभाव के बारे में जानें। बता रहे हैं वरिष्ठ पत्रकार और आर्थिक विशेषज्ञ मधुरेंद्र सिन्हाः
अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प ने नया ट्रेड वॉर छेड़ते हुए एल्युमीनियम, स्टील के आयात पर टैरिफ बढ़ा दिया। इसका असर दुनिया के तमाम बाजारों पर मंगलवार से ही दिखाई दिया। भारत में भी शेयर मार्केट 1000 अंकों तक गिर गया। ट्रम्प के इस कदम का भारत पर और क्या प्रभाव पड़ेगा, आइये जानते हैंः
आरबीआई ने शुक्रवार 7 फरवरी को रेपोरेट में कमी कर दी है। यानी वो अब बैंकों को सस्ता लोन देगा। रेपोरेट में कमी का आम लोगों और अर्थव्यवस्था पर क्या असर पड़ेगा, जानियेः
मोदी सरकार का बजट 2025 सामने आ चुका है। इस बजट में 12 लाख आयकर छूट का झुनझुना थमाकर सरकार ने मध्यम वर्ग का मुंह तो बंद करने की कोशिश की है लेकिन सुरसा की तरह बढ़ रही महंगाई से जब राहत मिलेगी तभी इस छूट का फायदा होगा। हां, कॉरपोरेट की फिर चांदी हुई है। उसके लिए सरकार का खजाना खुला हुआ है।
केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण शनिवार 1 फरवरी को बजट 2025 पेश कर दिया है। इस बजट में मध्य वर्ग के लिए आयकर राहत बहुत बड़ी घोषणा है। इसके अलावा बिहार पर भी खासी मेहरबानी की गई है। राज्य में इसी साल चुनाव हैं।
केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने भारत का आर्थिक सर्वे 2025 पेश कर दिया है। इस सर्वे से संकेत मिल रहा है कि आर्थिक प्रगति की रफ्तार धीमी हुई है। आर्थिक सर्वे ने कोई बेहतर तस्वीर पेश नहीं की है।