लोकसभा चुनाव से ठीक पहले कांग्रेस, टीएमसी आदि छोड़कर भाजपा में गए दाग़दार नेताओं को मतदाताओं ने भी उनके लोकसभा क्षेत्रों में ठुकरा दिया। ये ऐसे नेता थे, जिनके खिलाफ किसी न किसी मामले में केंद्रीय एजेंसियां सीबीआई, ईडी, इनकम टैक्स, एनआईए जांच कर रही थीं। ऐसे लोगों के लिए ही शायद यह मुहावरा गढ़ा गया था- न खुदा ही मिला न विसाले सनम। जानिए ऐसे चेहरों कोः