भारत के निर्वाचन आयोग (ईसीआई) ने मतदाता सूची में फर्जी मतदाताओं की पहचान करने के लिए अपने सॉफ्टवेयर में एक नया विकल्प शुरू करने का फैसला किया है। यह कदम कांग्रेस और तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) द्वारा लगाए गए आरोपों के बाद उठाया गया है। दोनों दलों ने दावा किया था कि मतदाता सूची में डुप्लिकेट और फर्जी मतदाताओं की भरमार है। इसी वजह से बीजेपी चुनाव जीत रही है। चुनाव आयोग के नए फीचर के जरिए निर्वाचन पंजीकरण अधिकारी (ईआरओ) यह पता लगा सकेंगे कि किसी विशेष निर्वाचन फोटो पहचान पत्र (ईपीआईसी) नंबर पर एक से अधिक नाम दर्ज तो नहीं हैं।