बीजेपी सांसद कंगना रनौत कहती हैं कि भारत दरअसल 2014 में तब स्वतंत्र हुआ जब मोदी जी ने देश की सत्ता संभाली। संघ प्रमुख भागवत कहते हैं कि 2024 में राम मंदिर बनने पर आज़ादी मिली। आख़िर, वे इस तरह की बातें क्यों कर रहे हैं?
वरिष्ठ पत्रकार और लेखक राजेश जोशी ने 2017 में यह लेख लिखा था। गांधी की हत्या को 75 साल हो चुके हैं लेकिन एक वर्ग या एक विचारधारा उनसे आज भी डरी हुई लगती है। उनका यह लेख आज भी प्रासंगिक है। जरूर पढ़ियेः
अमेरिका में थर्ड जेंडर को आधिकारिक पहचान दिलाने का संघर्ष 1950 के दशक के पहले से ही चल रहा है। तब से यह इस देश के जेंडर विमर्श का एक प्रमुख हिस्सा रहा है।
1975 में दिल्ली के रामलीला मैदान में विपक्ष की एक बड़ी रैली हुई थी। जय प्रकाश नारायण ने इसी रैली में इंदिरा गाँधी से कुर्सी छोड़ने की माँग करते हुए सेना और पुलिस का आह्वान किया था कि वह सरकार के आदेश को न माने। इनके भाषण को क्या कहा जाएगा?
दिल्ली चुनाव के लिए तारीख़ें घोषित कर दी गई हैं और चुनाव आचार संहिता लागू है तो मतदाताओं को कैसे प्रभावित किया जा सकता है? जानिए, सरकार ने इसकी तोड़ कैसे निकाल ली।
श्रमिक, किसान, कर्मचारी और प्रोफ़ेशनल किसके लिए 90–90 घंटे काम करे? क्या इसलिए कि पूंजीपति टैक्स न चुकाएँ, बैंकों का पैसा लेकर भाग जाएँ? क्या देश ऐसे नंबर वन बनेगा?
बाबरनामा में क्या अयोध्या और संभल में हिंदू मंदिर तोड़कर मस्जिद बनाने का ज़िक्र किया गया है या फिर इस पर झूठ फैलाया जा रहा है? जानिए योगी आदित्यनाथ के दावे की सचाई क्या।
बीजापुर में बारूदी सुरंगों में विस्फोट कराके नक्सलियों ने स्थानीय स्तर पर तैयार दो बलों के आठ लोगों को मार दिया तब अमित शाह ने कहा था कि हम बस्तर से नक्सलवाद ख़त्म करके रहेंगे। तो सवाल है कि आख़िर यह कैसे ख़त्म होगा?
बनारस हिंदू विश्वविद्यालय में कुछ छात्र-छात्राएँ आर्ट्स फैकल्टी ग्राउंड में ‘मनुस्मृति’ पर चर्चा के लिए इकट्ठा हुए थे। पुलिस का आरोप है कि इनका इरादा मनुस्मृति जलाने का था। तो सवाल है कि उन्हें गिरफ़्तार क्यों किया गया?
क्या आपको किसी ने कभी भारतीय संस्कृति और परंपरा की दुहाई देकर किसी ख़ास तरीक़े से सोचने या खाने-पीने, कपड़े पहनने या फिर व्यवहार करन की सलाह दी है? क्या आप जानते हैं कि भारतीय संस्कृति क्या है?
डॉ. मनमोहन सिंह को पहचानने में भूल हुई? पश्चाताप के आँसू रोता भारतीय मीडिया और विचारों की दलदली भूमि पर बैठा भारत का बुद्धिजीवी वर्ग पछतावे में यह सोच रहा है कि उनसे इतनी बड़ी भूल कैसे हो गई?
नेहरू की प्रेत का पीछा करते हुए मोदी ने 11 साल गुजार दिये और नेहरू-नेहरू की उनकी बड़बड़ाट को समर्थक समूह दोहराता रहा। लेकिन नये प्रेत का पीएम मोदी क्या करेंगे? प्रेत पीड़ित पीएम का इलाज किसके पास?
अरविंद केजरीवाल की आम आम आदमी पार्टी ने मनमोहन सिंह को कभी ‘भ्रष्टतम प्रधानमंत्री’ कहा था, लेकिन अब इसने उनके लिए ‘भारत रत्न’ की माँग की है। क्या केजरीवाल अपनी पार्टी की ग़लतबयानी के लिए माफी नहीं मांगनी चाहिए?