क्या प्रतीकों के युद्ध और इतिहास में हुए अन्यायों को पुनर्जीवित कर विश्व की तीसरी ‘आर्थिक शक्ति’ बन सकते हैं? 6 दिसंबर, 1992 को अयोध्या में बाबरी मस्ज़िद के ध्वस्त होने के बाद देश की मूलभूत समस्याओं का हल हो सका है?
हेमंत सोरेन की झारखंड चुनाव जीतने से भी बड़ी सफलता क्या है? जानिए, अलग-अलग कबीलों में अब तक बंटे रहे झारखंड के आदिवासी समाज को लेकर उनका योगदान क्या रहा।
संसद के शीतकालीन सत्र के पहले दिन ही प्रतिपक्ष ने दोनों सदनों में सिर्फ चर्चा की मांग की थी। लेकिन पीएम मोदी की भाषा देखिए! उन्होंने उसे ठुकराते हुए फैसला दे दिया, ‘नकारे गए लोग गुंडागर्दी कर रहे हैं’।
गौतम अडानी पर अमेरिका में क़रीब 250 मिलियन डॉलर की रिश्वत की योजना बनाने का अभियोग लगने से भारत की छवि पर कितना असर पड़ेगा? क्या निवेशक पैसा लगाने से हिचकिचाएँगे नहीं?
वोट फ़ॉर डेमोक्रेसी यानी वीएफ़डी की रिपोर्ट में कहा गया है कि हरियाणा में 5 अक्टूबर यानी मतदान के दिन शाम 7 बजे से मतगणना की पूर्वसंध्या यानी 7 अक्टूबर शाम 8:45 तक मतदान का वोट 6.71 प्रतिशत कैसे बढ़ गया?
देवेंद्र फडणवीस ने एक साक्षात्कार में और कई भाषणों में 2024 के लोकसभा चुनाव में भाजपा के बुरे प्रदर्शन का ठीकरा भारत जोड़ो यात्रा पर फोड़ा। तो सवाल है कि आखिर भारत जोड़ो यात्रा का असर किस तरह हुआ?
योगी आदित्यनाथ महाराष्ट्र में जाकर शिवाजी का ज़िक्र करते हुए आख़िर ‘बंटेंगे तो कटंगे’ का नारा किस आधार पर दे रहे हैं? क्या शिवाजी की विचारधारा उस तरह की है जैसी योगी ने पेश करने की कोशिश की?
क्या सत्तारूढ़ हिंदुत्ववादी शक्तियाँ इतिहास के इस कटु यथार्थ से कोई सबक़ लेंगी या सत्ता में बने रहने के लिए ’बँटोगे तो कटोगे’ का हथियार चलाते हुए देश को अशांति की अग्नि में झोंकती रहेंगी?
ऐसी ग़लत धारणाएँ लोगों में क्यों आ गईं कि आर्य इस देश के मूल निवासी थे, प्राचीन भारत में संपूर्ण वैज्ञानिक ज्ञान उपलब्ध था, ‘हमारे पास’ पुष्पक विमान था, प्लास्टिक सर्जरी थी, जेनेटिक इंजीनियरिंग थी और न जाने क्या-क्या था?
जहां दिल्ली में वायु गुणवत्ता 400 के आस-पास के ख़तरनाक स्तर पर है, वहीं पाकिस्तान के लाहौर में यह 1900 और मुल्तान में 2000 पार कर गया। क्या सिर्फ़ जुर्माना बढ़ाकर प्रदूषण फैलने से रोका जा सकता है?