जब विदेशी कंपनियां AI और तकनीक में नए आयाम छू रही हैं, तब भारत में विकास की बजाय नकारात्मक बहसें और विवाद क्यों हावी हैं? जानिए टेक्नोलॉजी की इस होड़ में भारत कहां खड़ा है।
भारत की गंगा-जमुनी तहज़ीब में होली का विशेष स्थान था, जहाँ मुग़ल बादशाह भी रंगों में सराबोर होते थे। लेकिन आज माहौल बदल रहा है—मस्जिदों को ढंका जा रहा है। ऐसा क्यों? पढ़ें इतिहास और वर्तमान के बदलते रंग।
मणिपुर की महिलाओं का संगठन मेईरा पैबीस हुंकार क्यों भर रहा है और सत्ता के खिलाफ विद्रोह कर रहा है? हिंदुओं के मुद्दे पर संवेदनशीलता दिखाने वालों की मणिपुर पर चुप्पी क्यों?
वेब सीरीज ‘गंदी बात’ के एक एपिसोड में नाबालिग लड़कियों के संदर्भ में एडल्ट सीन दिखाने को लेकर POCSO (Protection of Children from Sexual Offenses) एक्ट के तहत मामला दर्ज होने के बाद एकता कपूर को लेकर फिर से चर्चाएं तेज हो गई हैं।
अमित शाह के निर्देशों पर आहूत दिल्ली बैठक मणिपुर में जारी जातीय संघर्ष को लेकर समाधान की दिशा में उठाया गया कदम था या फिर सत्ता बचाने की एक राजनीतिक कवायद?
आम आदमी पार्टी ने नए मुख्यमंत्री के तौर पर दिल्ली की मंत्री आतिशी का नाम घोषित किया है। केजरीवाल के इस्तीफ़े के बाद आतिशी ने सरकार बनाने का दावा भी पेश कर दिया। जानिए, इसके क्या हैं मायने।
भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी (मार्क्सवादी) के कद्दावर महासचिव सीताराम येचुरी को किस रूप में याद किया जाएगा? जानिए, उनका देश की राजनीति में क्या योगदान रहा।
मणिपुर सरकार ने ड्रोन हमलों, बढ़ती हिंसा और अशांति के बीच 7 सितंबर को राज्य भर के सभी स्कूलों को बंद करने का आदेश दिया है। तो यह स्थिति आख़िर कैसे बनी? जानिए, इसमें मीडिया की भूमिका क्या है।
पहले तो बिन बुलावे नवाज शरीफ के घर जाकर बिरयानी-झप्पी, फिर मल्लपुरम में चीन से ऐसी गलबहियां कि सखियां भी शर्मा जाएं, और अब रूस-यूक्रेन के साथ दिखावे की पप्पियां – झप्पियां, भारत को नुकसान ज्यादा और लाभ कम दे रही हैं।
37 वर्षीया पैटॉन्गटर्न शिनावात्रा थाईलैंड की नयी प्रधानमंत्री बनी हैं। उनके पिता पूर्व प्रधानमंत्री थाक्सिन शिनावात्रा के भारत के साथ गहरे संबंध रहे हैं। आज वहां भारत चीन से पिछड़ रहा है। क्या भारत पैटॉन्गटर्न शिनावात्रा के नये दौर में में चीन के बढ़ते प्रभाव को संतुलित करने और अपने रणनीतिक हितों की रक्षा के साथ साथ क्षेत्रीय स्थिरता के लिए भी प्रयास कर सकता है? क्या यह समय भारत-थाई संबंधों को नयी दिशा दे सकता है?