बिहार की महान लोक गायिका और पद्मश्री से सम्मानित शारदा सिन्हा के पति, 80 वर्ष की आयु में अंतिम सांस लेते हुए, अपने पीछे एक अमिट विरासत छोड़ गए। उनका जीवन एक ऐसी सिम्फनी था, जिसमें न सिर्फ प्रेम और समर्पण की धुन थी, बल्कि संगीत के प्रति ऐसा गहरा जुड़ाव और लगाव कि स्वयं भले ही गायक न बने, किंतु अपनी धर्मपत्नी व लोक गायिका के आजीवन अडिग आधार भी थे, जो शारदा सिन्हा के संगीत को बुलंदियों तक पहुँचाने में सदा उनके साथ साये की तरह खड़े रहे।