जस्टिन ट्रूडो और नरेंद्र मोदी की तनातनी के कारण नाजुक दौर से गुजर रहे भारत कनाडा संबंधों के बीच मार्क कार्नी का उदय कुछ राहत और उम्मीदें लेकर आया है। कारण कई हैं। कारण कई हैं। सबसे बड़ा कारण यह कि कार्नी के भारत के साथ पहले से ही गहरे आर्थिक और व्यापारिक रिश्ते हैं—और ये कोई छोटे-मोटे नहीं, बल्कि $20 बिलियन (लगभग 1.6 लाख करोड़ रुपये) के निवेश के मोटे रिश्ते हैं।