बैंकॉक भारतीयों का पसंदीदा पर्यटन स्थल है। नई दिल्ली से थाईलैंड की राजधानी बैंकॉक जाने में महज चार-पाँच घंटे लगते हैं। अब यदि आप बैंकॉक जाएंगे, तो वहां आपका स्वागत थाईलैंड की सबसे युवा प्रधानमंत्री पैटॉन्गटर्न शिनावात्रा की सरकार करेगी। भारत और थाईलैंड के संबंध हजारों साल पुराने हैं। चाहे वह व्यापार हो, सांस्कृतिक आदान-प्रदान हो, या फिर सामरिक दृष्टिकोण से जुड़ी साझेदारी हो, दोनों देशों के बीच के संबंध अद्वितीय हैं। परंतु, वर्तमान समय में, थाईलैंड का झुकाव चीन की तरफ अधिक होता दिख रहा है, जो भारत के लिए एक चुनौती हो सकती है। भारतीयों के लिए थाईलैंड न केवल पर्यटन का एक लोकप्रिय केंद्र है, बल्कि ऐतिहासिक रूप से भी दोनों देशों के बीच सांस्कृतिक और धार्मिक संबंध गहरे रहे हैं।
चीनी चुनौतियों के बीच भारत-थाई संबंधों का नया दौर
- दुनिया
- |
- |
- 22 Aug, 2024

37 वर्षीया पैटॉन्गटर्न शिनावात्रा थाईलैंड की नयी प्रधानमंत्री बनी हैं। उनके पिता पूर्व प्रधानमंत्री थाक्सिन शिनावात्रा के भारत के साथ गहरे संबंध रहे हैं। आज वहां भारत चीन से पिछड़ रहा है। क्या भारत पैटॉन्गटर्न शिनावात्रा के नये दौर में में चीन के बढ़ते प्रभाव को संतुलित करने और अपने रणनीतिक हितों की रक्षा के साथ साथ क्षेत्रीय स्थिरता के लिए भी प्रयास कर सकता है? क्या यह समय भारत-थाई संबंधों को नयी दिशा दे सकता है?