वे जो बांग्लादेश में हिंदुओं पर कथित हमलों पर घड़ियाली आंसू बहा रहे हैं, उन्हें मणिपुर में पिछले डेढ़ साल से जारी हिंसा और वहां के लोगों की दुर्दशा पर शर्म आनी चाहिए। मणिपुर केवल सिसक नहीं रहा है, बल्कि दहाड़ें मार कर रो रहा है। वहां की महिलाएं विधायकों के घरों पर जाकर छाती पीट-पीट कर चीख रही हैं। इंफाल से आए दिल दहला देने वाले वीडियो इसकी गवाही दे रहे हैं। लेकिन उनकी सुनने वाला कोई नहीं है।