मणिपुर में भीषण संघर्ष चल रहा है। एक लड़ाई मणिपुर की धरती पर हो रही है और दूसरी भारतीय मीडिया के मंच पर। साजिश गहरी है। ग्राउंड पर भी और टेलीविजन स्क्रीन पर भी। बम मणिपुर की घाटी में गिरता है, लेकिन उसका धुआं पहाड़ों से होकर टेलीविजन के स्टूडियो तक पहुंचता है। मणिपुर में जो हो रहा है, वह बेहद दर्दनाक और ख़तरनाक है, लेकिन मीडिया में जो हो रहा है, वह इससे भी अधिक हानिकारक है।