मोदी सरकार का बजट 2025 सामने आ चुका है। इस बजट में 12 लाख आयकर छूट का झुनझुना थमाकर सरकार ने मध्यम वर्ग का मुंह तो बंद करने की कोशिश की है लेकिन सुरसा की तरह बढ़ रही महंगाई से जब राहत मिलेगी तभी इस छूट का फायदा होगा। हां, कॉरपोरेट की फिर चांदी हुई है। उसके लिए सरकार का खजाना खुला हुआ है।
केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण शनिवार 1 फरवरी को बजट 2025 पेश कर दिया है। इस बजट में मध्य वर्ग के लिए आयकर राहत बहुत बड़ी घोषणा है। इसके अलावा बिहार पर भी खासी मेहरबानी की गई है। राज्य में इसी साल चुनाव हैं।
केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने भारत का आर्थिक सर्वे 2025 पेश कर दिया है। इस सर्वे से संकेत मिल रहा है कि आर्थिक प्रगति की रफ्तार धीमी हुई है। आर्थिक सर्वे ने कोई बेहतर तस्वीर पेश नहीं की है।
ख़पत काफ़ी ज़़्यादा कम हो गई है। मध्यवर्ग की आय कम हुई है। बेरोजगारी बढ़ी है। महंगाई बढ़ी है। तो वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण बजट में किस-किस से निपटेंगी?
भारत के आम बजट की तैयारी जारी है। लेकिन इसी दौरान अर्थ विशेषज्ञ यह भी बता रहे हैं कि बजट से देश के तमाम वर्गों की क्या क्या उम्मीदें जुड़ी हुई हैं। वरिष्ठ पत्रकार मधुरेंद्र सिन्हा जो अर्थ विशेषज्ञ भी हैं, का कहना है कि अगर सरकार ने मिडिल क्लास पर फोकस नहीं किया तो सब गड़बड़ा जाएगा।
अगर आप की निजी आय 15 लाख रुपये सालाना है तो 30 फ़ीसदी आयकर देना पड़ता है, लेकिन करोड़ों-अरबों रुपये कमाने वाली कंपनियों को अधिकतम 22 फ़ीसदी ही कर देना पड़ता है। क्या यह स्थिति बदलेगी?
अमेरिका में गौतम अडानी के ख़िलाफ़ रिश्वतखोरी के आरोपों के बाद श्रीलंका में उनकी कंपनी की स्थानीय परियोजनाओं के ख़िलाफ़ चाँच चल रही थी। जानिए, अब सौदों को लेकर क्या रिपोर्ट आई है।
भारतीय शेयर बाज़ार में ख़ूनख़राबा क्यों हो रहा है? आख़िर विदेशी निवेशक एफ़डीआई क्यों निकाल रहे हैं और देश के निवेशक विदेशों में पैसा लगा रहे हैं? भारत की अर्थव्यवस्था की हालत ठीक नहीं है?
अमेरिका के होने वाले राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प की आर्थिक नीतियों से संकेत मिल रहा है कि उससे भारतीय निर्यातकों को तगड़ा झटका लग सकता है। इस घटनाक्रम का संबंध चीन से भी है। रेटिंग एजेंसी क्रिसिल ने शुक्रवार को इस संबंध में एक रिपोर्ट जारी की है। जानियेः