भारत में महिलाओं की स्थिति अब तक कैसी रही है? महिलाओं की जिस पराधीन स्थिति की बात की जाती है, आखिर वह स्थिति किन वजहों से बनी? जानिए आरआरएस क्या मानता रहा है और इसकी दलीलें क्या रही हैं।
क्या सिख विरोधी दंगे के गुनहगारों और सिखों का क़त्लेआम करने वालों को सजा मिल पाई? आख़िर इसमें कौन लोग शामिल थी और इसकी राजनीति करने वालों में कौन कौन लोग थे?
यह शर्मनाक तथ्य भी पहली बार सामने आया कि जलियाँवाला बाग़ क़त्लेआम के अगले दिन, 14 अप्रैल, 1919 को अंग्रेज़ों ने वायुसेना के एक जहाज़ को उड़ाते हुए ज़बर्दस्त बमबारी की थी। जब जहाज लौटा तो सड़कों पर कोई व्यक्ति नहीं दिख रहा था।
राजनाथ सिंह ने यह क्यों कहा कि महात्मा गांधी के कहने पर सावरकर ने अँग्रेज़ों को माफ़ीनामे लिखे थे? क्या इसके लिए कोई तथ्य है या फिर गांधी के विचारों पर हमले का प्रयास है?
डॉ. रमेश उपाध्याय, महानतम जनवादी लेखकों में से एक, विचारक, हरदिल-अज़ीज उस्ताद, बुद्धिजीवी, का 23-24 अप्रैल को रात लगभग 1. 30 बजे देहांत हो गया। लेखक शमसुल इसलाम की श्रद्धांजलि।
आपातकाल में आरएसएस की भूमिका नहीं थी तो आरएसएस ने क्यों कहा था कि उसका जेपी आंदोलन से कोई लेना देना नहीं? देवरस ने क्यों इंदिरा गाँधी आपातकाल की तारीफ की थी?
1857 स्वतंत्रता संग्राम की 163वीं सालगिरह है। 10 मई 1857, दिन रविवार को छिड़े भारत के प्रथम स्वतंत्रता संग्राम में देश के हिंदुओं, मुसलमानों और सिखों ने मिलकर विश्व की सबसे बड़ी साम्राज्यवादी ताक़त को चुनौती दी थी।
आरएसएस-बीजेपी परिवार गाँधीजी को अपमानित और नीचा दिखाने का कोई मौक़ा नहीं गँवाती है। अब इसमें नया नाम जुड़ा है प्रधानमंत्री के प्रिय और वित्त मंत्रालय में मुख्य आर्थिक सलाहकार संजीव सन्याल का।
नागरिकता (संशोधन) क़ानून, 2019 के जरिए आरएसएस/बीजेपी के शासकों ने संविधान की मूल-आत्मा, देश के लोकतांत्रिक-धर्मनिरपेक्ष चरित्र और उसकी बुनियाद पर गहरा आघात किया है।
नागरिकता विधेयक पर बहस के दौरान देश के गृह मंत्री अमित शाह ने कहा है कि यह कांग्रेस थी जिस ने देश को धर्म के आधार पर विभाजित कराया, हमने नहीं। क्या यह सफेद झूठ नहीं है?
विनायक दामोदर सावरकर पर आरोप लगता है कि उन्होंने 'भारत छोड़ो' आन्दोलन कुचलने में अंग्रेज़ों का साथ दिया था। आज उन्हें देश का सर्वोच्च पुरस्कार देने की माँग की जा रही है।
आरएसएस के राजनैतिक जेबी संगठन बीजेपी ने महाराष्ट्र चुनाव में जारी अपने संकल्प पत्र में हिंदुत्व विचारधारा के जनक वीर सावरकर को भारत रत्न दिलाने का वादा किया है। लेकिन क्या सावरकर इसके काबिल हैं?
दिल्ली विश्वविद्यालय में शहीद भगत सिंह और नेताजी की मूर्तियों को वी डी सावरकर की मूर्ति के साथ एक ही पीठिका पर रखने का दुस्साहस किया गया। क्या भगत सिंह और नेताजी से सावरकर की तुलना की जा सकती है?
आरएसएस यह प्रचारित क्यों करता रहा कि नेहरू ने अनुच्छेद 370 देश पर थोपा था और उनके गृह मंत्री पटेल इसके ख़िलाफ़ थे? क्या यह सच है? जानिए, दस्तावेज़ों में संघ के दावे कितने सही।
राष्ट्रीय स्वयंसेवक ने दावा है किया है कि उसने इमर्जेंसी के ख़िलाफ़ संघर्ष किया था और उसके लोग जेल गए थे, सरकार उन लोगों को अब पेंशन देने की योजना पर काम कर रही है। सच क्या है?
जलियाँवाला बाग़ क़त्लेआम में 381 शहीदों में से 222 हिन्दू, 96 सिख और 63 मुसलमान थे। साम्राज्यवाद विरोधी आंदोलन एक साझा आंदोलन था। यह भारत के इतिहास का एक गौरवशाली सच था, लेकिन यह सब फ़ाइलों में बंद पड़ा है।