इंसान अभी तक ज़िंदा है, ज़िंदा होने पर शर्मिंदा है।
1984: सिख क़त्लेआम को जायज़ ठहराया था संघ विचारक देशमुख ने?
- विचार
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- 2 Nov, 2019

अब तक 11 जाँच आयोग बिठाए जा चुके हैं और यह सिलसिला ख़त्म होने की कोई उम्मीद नहीं है। भारतीय राज्य के लिए यह एक रिवाज बन गया है कि पंजाब और दिल्ली (जहाँ सिख मतदाताओं की बड़ी तादाद है) में जब भी चुनाव होने वाले हों, एक नए आयोग की घोषणा कर दी जाये या क़त्लेआम में मारे गए लोगों के परिवारों को कुछ और मुआवज़ा देने का एलान कर दिया जाए।
(सांप्रदायिक हिंसा पर नागरिक समाज की चुप्पी पर शहीद नदीम की पंक्तियाँ। इन पंक्तियों को लिखने और गाने के जुर्म में नदीम को पाकिस्तान की कठमुल्लावादी ज़िया उक हक़ सरकार ने 40 कोड़े लगवाए थे।)