दुनिया का सबसे बड़ा ‘हिंदू’संगठन, आरएसएस के ऊपर ये आरोप लगता है कि वो एक ऐसे विशिष्ट गुरुकुल के रूप में भी कार्य करता है जहां हिंदुत्व कैडरों को सही शिक्षा नहीं दी जाती है, उल्टे इतिहास को तोड़मरोड़ कर पेश किया जाता है। आलोचक ये आरोप लगाते हैं कि यह आरएसएस की कार्यप्रणाली की पहचान भी है। इसके प्रमाण आरएसएस के सबसे प्रमुख विचारक, गुरु एमएस गोलवलकर के विचार में मिलते हैं जो गाय के नाम पर भारतीय मुसलमानों के ख़िलाफ़ हिंसा के लिए उन्हें ही ज़िम्मेदार ठहराते हैं। गौ-हत्या के इतिहास पर विचार करते हुए उन्होंने बताया था कि-