आरएसएस-बीजेपी परिवार गाँधीजी को अपमानित और नीचा दिखाने का कोई मौक़ा नहीं गँवाती है। इस ख़ौफ़नाक यथार्थ को झुठलाना मुश्किल है कि देश में हिंदुत्व राजनीति के उभार के साथ गाँधीजी की हत्या पर ख़ुशी मनाना और हत्यारों का महिमामंडन और उन्हें भगवान का दर्जा देने का एक संयोजित अभियान चलाया जा रहा है। गाँधीजी के शहादत दिवस (जनवरी 30) पर गोडसे की याद में सभाएँ की जाती हैं, उसके मंदिर, जहाँ उसकी मूर्तियाँ स्थापित हैं, में पूजा की जाती है। गाँधीजी की हत्या को 'वध' (जिसका मतलब राक्षसों की हत्या है) बताया जाता है।