कंगना रनौत की फिल्म 'इमरजेंसी' पर विवाद के कारण इसकी रिलीज रुकने से पहले, केंद्रीय फिल्म प्रमाणन बोर्ड (सीबीएफसी) की जांच समिति ने इसे 'यूए' प्रमाण के लिए मंजूरी दे दी थी। लेकिन सेसंर बोर्ड ने कुछ कट लगाने और विवादास्पद ऐतिहासिक घटनाओं के लिए तथ्यात्मक स्रोत बताने को कहा था। सेंसर बोर्ड ने खासतौर पर अमेरिकी राष्ट्रपति निक्सन और यूके के प्रधानमंत्री विंस्टन चर्चिल के दो बयानों के तथ्यात्मक संदर्भ मांगे थे। फिल्म में अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति रिचर्ड निक्सन द्वारा भारतीय महिलाओं के प्रति उनके अपमानजनक संदर्भ और भारतीयों महिलाओं के "खरगोशों की तरह बच्चे पैदा करने" के विंस्टन चर्चिल का बयान शामिल है।
कंगना की इमरजेंसी को कई कट के साथ मंजूरी मिल गई थी, लेकिन फिर ये हुआ
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- 8 Sep, 2024
सेंसर बोर्ड ने तो कंगना की फिल्म प्रोडक्शन कंपनी को फिल्म इमरजेंसी को मंजूरी दे ही दी थी, बस प्रमाणपत्र जारी करना बाकी बचा था। लेकिन फिर कुछ ऐसा घटित हुआ कि फिल्म रुक गई। कंगना भाजपा की सांसद हैं और उन्हें इसका पूरा फायदा मिला। कई फिल्में सेंसर बोर्ड में लंबे समय तक फंसी रहती हैं और सेंसर बोर्ड जल्दी मंजूरी नहीं देता। हालांकि फिल्म का प्रमाणपत्र अब अन्य वजहों से रुका हुआ है।
