क्या निशिकांत दुबे बीजेपी और उसके अध्यक्ष जे.पी. नड्डा के अनुशासन को खुली चुनौती दे रहे हैं? सुप्रीम कोर्ट और सीजेआई पर 'गृह युद्ध' का ठीकरा फोड़कर पार्टी को असहज करने वाले दुबे ने अब पूर्व मुख्य चुनाव आयुक्त डॉ. एस.वाई. कुरैशी को 'मुस्लिम आयुक्त' कहकर नया विवाद खड़ा कर दिया। नड्डा की सख़्त चेतावनी और पार्टी के किनारा करने के बावजूद दुबे की यह बेलगाम बयानबाज़ी सियासी गलियारों में तूफ़ान मचा रही है। आखिर नड्डा की नसीहत का असर क्यों नहीं पड़ा? क्या दुबे की बयानबाजी बीजेपी के लिए सिरदर्द बन जाएगी, या यह एक सोची-समझी सियासी चाल है?

सुप्रीम कोर्ट और सीजेआई पर विवादित बयान देने पर जेपी नड्डा की नसीहत देने के कुछ घंटों के अंदर ही निशिकांत दुबे ने अब पूर्व मुख्य चुनाव आयुक्त डॉ. एस.वाई. क़ुरैशी को निशाना बनाया है। निशिकांत दुबे ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर कुरैशी को 'चुनाव आयुक्त नहीं, मुस्लिम आयुक्त' क़रार दिया और गंभीर आरोप लगाए। उन्होंने लिखा, 'आपके कार्यकाल में संथालपरगना में मतदाता सूची में बांग्लादेशी घुसपैठियों को बड़े पैमाने पर जोड़ा गया।' दुबे ने क़ुरैशी पर मुस्लिम तुष्टिकरण का आरोप लगाया और उनके कार्यकाल को विवादास्पद बताया।