न्यायपालिका और देश के सीजेआई के ख़िलाफ़ आपत्तिजनक बयान देने वाले बीजेपी सांसद को अपनी ही पार्टी से झटका लगा है। पार्टी ने न सिर्फ़ उनके बयान से खुद को अलग कर लिया है, बल्कि कहा है कि वह अपने नेताओं को इस तरह के बयान नहीं देने के लिए निर्देश देगी।

दरअसल, बीजेपी सांसद निशिकांत दुबे ने एक विवादास्पद बयान देकर देश की सियासत में हलचल मचा दी है। इस पर तीखी प्रतिक्रियाएँ आईं। जब बीजेपी की चौतरफ़ा आलोचना हुई तो दुबे के बयान के घंटों बाद बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जे.पी. नड्डा ने देर रात को सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर एक बयान जारी कर पार्टी को इस विवाद से अलग कर लिया। नड्डा ने साफ़ किया कि निशिकांत दुबे और एक अन्य सांसद दिनेश शर्मा के न्यायपालिका और सीजेआई पर दिए गए बयान व्यक्तिगत हैं और बीजेपी का इनसे कोई लेना-देना नहीं है। उन्होंने कहा, 'बीजेपी ऐसे बयानों से न तो सहमत है और न ही इनका समर्थन करती है। पार्टी इन बयानों को पूरी तरह खारिज करती है।' नड्डा ने यह भी बताया कि उन्होंने दोनों सांसदों और अन्य नेताओं को निर्देश दिए हैं कि भविष्य में इस तरह के बयान न दिए जाएँ।