चित्रकार, व्यंग्यकार और लेखक और लोक कलाओं और अपनी ज़मीन से गहरा जुड़ाव।
समाजवादी आंदोलन से गहरा नाता, अपने समय के जुझारू छात्र नेता, काशी हिंदू विश्वविद्यालय छात्र संघ के अध्यक्ष भी रहे। समाजवादियों में बिखराव के बाद फिलहाल कांग्रेस में राजनीतिक तौर पर सक्रिय।
पद्मश्री से सम्मानित कवयित्री पद्मा सचदेव का बुधवार को निधन हो गया। सचदेव का जन्म 1940 में जम्मू में हुआ था। उनके निधन पर चंचल ने उनको इस तरह याद किया...
थिएटर आर्टिस्ट, तीन बार नेशनल अवॉर्ड जीत चुकीं अभिनेत्री सुरेखा सिकरी का निधन हो गया। वह लंबे समय से बीमार चल रही थीं। पढ़िए चंचल उनको कैसे याद करते हैं...
देश के पहले प्रधानमंत्री पंडित जवाहर लाल नेहरू की आज पुण्यतिति है। आज ही के दिन यानी 27 मई को 1964 में उनका निधन हो गया था। पढ़िए, नेहरू ने इंदिरा को शांतिनिकेतन में क्यों पढ़वाया।
सफ़ाईकर्मी को पाँव नहीं धुलवाने हैं, उसे उनके पेशे से जुड़ी सुविधा चाहिए, नज़रिया साफ़ करिए, पाँव ख़ुद साफ़ हो जाएँगे लेकिन इसके लिए ख़ुद के पाँव ज़मीन पर रखने होंगे।