पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने कूचबिहार ज़िले के शीतलकुची में हुई गोलीबारी को नरसंहार करार देते हुए कहा है कि वे चुनाव आयोग के 72 घंटे का प्रतिबंध ख़त्म होते ही वहाँ जाएंगी और पीड़ितों के परिजनों से मिलेंगी।
पश्चिम बंगाल में चौथे चरण के मतदान के दौरान कूचबिहार के शीतलकुची में चार लोगों की मौत के मामले में केंद्रीय औद्योगिक सुरक्षा बल (सीआईएसएफ़) की ओर से स्पष्टीकरण जारी किया गया है।
पश्चिम बंगाल में चौथे चरण के मतदान के दौरान कूचबिहार के शीतलकुची में हुई फ़ायरिंग की घटना पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि यह घटना बेहद दुखद है और उनकी संवेदना इस घटना में मारे गए लोगों के परिवारों के साथ है।
पश्चिम बंगाल में चौथे चरण के मतदान के दौरान हिंसा हुई है। कूचबिहार के शीतलकुची में टीएमसी-बीजेपी के कार्यकर्ता भिड़ गए और इस दौरान चार लोगों की मौत हो गई है।
बंगाल में चौथे चरण के लिए मतदान जारी है। इस चरण में 44 सीटों पर वोट डाले जा रहे हैं। ये सीटें कूचबिहार, अलीपुर दुआर, दक्षिण 24 परगना, हावड़ा और हुगली के जिलों में पड़ती हैं।
पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी को चुनाव आयोग ने दूसरा नोटिस भेज दिया है। यह नोटिस उन्हें केंद्रीय सुरक्षा बलों पर उनकी टिप्पणी के लिए भेजा गया है।
बंगाल में जब अमित शाह हर चरण के बाद अपनी सीटें गिना रहे हैं तो ममता बनर्जी तुरंत उनको काउंटर करती हैं कि क्या वे भगवान हैं या उन्होंने ईवीएम में झाँककर देखा है कि किसने किसको वोट दिया है। आख़िर यह वाद-विवाद क्यों?
क्या मुसलमानों से वोट नहीं बँटने देने की ममता बनर्जी की अपील चौथे चरण के मतदान का सबसे बड़ा फैक्टर बन कर उभरेगी? क्या 40 प्रतशित से अधिक मुसलिम मतदाता एकजुट होकर सत्तारूढ़ तृणमूल कांग्रेस को वाकई वोट देंगे?
ममता पर धर्म के आधार पर वोट मांगने, नफ़रत फैलाने समेत कई आरोप हैं। पीएम मोदी ने कहा था कि अगर वे कहेंगे कि ‘हिन्दुओं एक हो जाओ’ तो उनके पास चुनाव आयोग के 8 से 10 नोटिस आ जाएँगे। ममता को चुनाव आयोग का नोटिस तो मोदी को क्यों नहीं?
एक महत्वपूर्ण घटनाक्रम में चुनाव आयोग ने पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी को मुसलिम वोटों के बँटवारे के मुद्दे पर उनके बयान को ध्यान में रख कर उन्हें नोटिस जारी किया है।