नेताजी सुभाषचंद्र बोस के परपोते और बीजेपी के ही नेता चंद्र कुमार बोस ने नागरिकता क़ानून का विरोध किया है। उन्होंने इस क़ानून को भारत के धर्मनिरपेक्ष विचार के ख़िलाफ़ बताया है। उनका यह विरोध ऐसे समय में आया है जब बीजेपी ने सोमवार को पश्चिम बंगाल में नागरिकता क़ानून के समर्थन में बड़ी रैली की। इसके बाद ही चंद्र कुमार बोस ने नागरिकता क़ानून के ख़िलाफ़ ट्वीट किया। बोस पश्चिम बंगाल के बीजेपी नेता हैं और राज्य में पार्टी के उपाध्यक्ष हैं। यह बीजेपी के लिए क़रारा झटका है। वैसे, पार्टी को झटका तो झारखंड चुनाव में भी लगा है और कहा जा रहा है कि बीजेपी को नागरिकता क़ानून का फ़ायदा नहीं, बल्कि बड़ा नुक़सान हुआ है। प्रधानमंत्री मोदी से लेकर अमित शाह तक काफ़ी बढ़-चढ़ कर नागरिकता क़ानून को हिंदू ध्रुवीकरण के नज़र से पेश कर रहे थे।