प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने जनवरी, 2019 में अंडमान निकोबार के पोर्ट ब्लेयर में सेलुलर जेल का मुआयना किया था और उस कोठरी में गए थे, जहां विनायक दामोदर सावरकर ने कुछ समय बिताया था। साल 2018 में उन्होंने 'मन की बात' कार्यक्रम में सावरकर की जम कर तारीफ़ की और उन्हें स्वतंत्रता सेनानी, कवि, चिंतक, समाजसेवी कहा। लेकिन मोदी यह भूल गए थे कि सावरकर पर महात्मा गाँधी की हत्या की साजिश रचने और इसके लिए लोगों को उकसाने का आरोप लगा था, उन पर मुक़दमा चला था और सिर्फ़ तकनीकी कारणों से उन्हें सज़ा नहीं हुई थी।