प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने जनवरी, 2019 में अंडमान निकोबार के पोर्ट ब्लेयर में सेलुलर जेल का मुआयना किया था और उस कोठरी में गए थे, जहां विनायक दामोदर सावरकर ने कुछ समय बिताया था। साल 2018 में उन्होंने 'मन की बात' कार्यक्रम में सावरकर की जम कर तारीफ़ की और उन्हें स्वतंत्रता सेनानी, कवि, चिंतक, समाजसेवी कहा। लेकिन मोदी यह भूल गए थे कि सावरकर पर महात्मा गाँधी की हत्या की साजिश रचने और इसके लिए लोगों को उकसाने का आरोप लगा था, उन पर मुक़दमा चला था और सिर्फ़ तकनीकी कारणों से उन्हें सज़ा नहीं हुई थी।
सावरकर को गाँधी की हत्या मामले में क्यों नहीं हुई थी सज़ा?
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- 17 Nov, 2022
हिंदुत्व के आइकॉन विनायक दामोदर सावरकर पर कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी के द्वारा किए गए ताजा हमले के बीच यह घटना भी याद आती है कि सावरकर पर महात्मा गाँधी की हत्या की साजिश रचने का आरोप लगा था। पढ़िए, महात्मा गाँधी की हत्या की साजिश में सावरकर का नाम किस तरह आया था।
