पश्चिम बंगाल सरकार ने ग्रीन ज़ोन वाले इलाक़ों में छोटी दुकानों, फ़ैक्ट्रियों और निर्माण गतिविधियों को शुरू करने की अनुमति दे दी है। बुधवार को एक प्रेस कॉन्फ़्रेंस में मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने कहा, ‘हम लॉकडाउन को लेकर केंद्र सरकार से साफ दिशा-निर्देश चाहते हैं। मैं हर व्यक्ति से अपील करती हूं कि वे घरों के अंदर ही रहें।’
मुख्यमंत्री ने कहा, ‘कोई नहीं कह सकता कि यह संकट कब ख़त्म होगा। कई देशों ने लॉकडाउन को मई के अंत या जून के पहले हफ़्ते तक बढ़ाने की घोषणा कर दी है। हमारे विशेषज्ञ और डॉक्टर्स का मानना है कि कोरोना वायरस के संक्रमण को रोकने से संबंधित प्रतिबंधों को मई के अंत तक जारी रखा जाना चाहिए।’
राज्य सरकार की ओर से जारी गाइलाइंस के मुताबिक़ ग्रीन ज़ोन वाले इलाक़ों में 1 मई से स्टेशनरी, रंग, इलेक्ट्रानिक, हॉर्डवेयर, मोबाइल, लांड्री, चाय और पान की दुकानें खोली जा सकेंगी। हालांकि मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने लोगों को चेताया है कि चाय की दुकानों पर इकट्ठा न हों।
यह अनुमति सशर्त दी गई है और कहा गया है कि दुकान चलाने वालों, फ़ैक्ट्री मालिकों और निर्माण गतिविधियों में लगे लोगों को मास्क पहनना, सोशल डिस्टेंसिंग और अन्य ज़रूरी बातों को मानना होगा। बनर्जी ने कहा कि रेड ज़ोन या कंटेनमेंट ज़ोन वाले इलाक़ों में ये छूट मान्य नहीं होगी।
छात्रों को वापस लाने का काम शुरू
मुख्यमंत्री ने यह भी घोषणा की कि उनकी सरकार राजस्थान के कोटा में फंसे राज्य के छात्रों को वापस ला रही है। उन्होंने कहा कि छात्रों को लाने का काम बुधवार शाम से शुरू हो गया है और तीन दिन में सभी छात्र पश्चिम बंगाल पहुंच जाएंगे। बंगाल में कोरोना संक्रमण के अब तक 550 मामले सामने आ चुके हैं।
25 अप्रैल को केंद्र सरकार ने भी देश भर में दुकानों को खोलने की सशर्त अनुमति दी थी। सरकार के आदेश में कहा गया था कि शहरों और कस्बों में बाज़ार बंद रहेंगे और छोटी-मोटी दुकानें खुलेंगी। जबकि ग्रामीण इलाक़ों में सभी दुकानें खुलेंगी। हॉट स्पॉट और कंटेनमेंट ज़ोन के इलाक़ों में अभी दुकानों को बंद ही रखा जाएगा। इसके अलावा मॉल्स, शापिंग कॉम्प्लेक्स पूरी तरह बंद रहेंगे।
अपनी राय बतायें