मद्रास हाईकोर्ट की मदुरै बेंच ने राज्य के मंदिरों में गैर हिन्दुओं के प्रवेश पर रोक लगा दी है। लेकिन शर्तों के साथ प्रवेश की मान्यता भी दी है। अगर शर्त मंजूर नहीं है तो गैर हिन्दू एक निश्चित निशान से आगे नहीं बढ़ सकते है। हालांकि याचिका सिर्फ पलानी मुरुगन मंदिर के लिए दायर की गई थी।
मद्रास हाईकोर्ट ने कहा है कि जब धर्म से संबंधित मामलों में अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता का इस्तेमाल होता है, तो यह तय करना जरूरी है कि किसी को तकलीफ न हो। अदालतने कहा- "स्वतंत्र भाषण नफरती भाषण नहीं हो सकता।"
पति 8 घंटे की नौकरी इसलिए कर पाता है कि पत्नी 24 घंटे घर काम कर घर संभालती है! अर्जित संपत्ति में पत्नी की हिस्सा हुआ या नहीं? जानिए, मद्रास हाई कोर्ट ने क्या कहा
प्रवर्तन निदेशालय द्वारा मनी लॉन्ड्रिंग मामले में तमिलनाडु के मंत्री सेंथिल बालाजी की गिरफ्तारी के ख़िलाफ़ दायर याचिका पर आख़िर हाई कोर्ट में क्या हुआ? जानें जज ने क्या कहा।
तमिलनाडु पुलिस ने एक युवक को यूएपीए में गिरफ्तार किया। मद्रास हाईकोर्ट ने हालात और सबूतों के मद्देनजर पुलिस की कहानी पर विश्वास नहीं किया और मुस्लिम युवक और उसके साथियों को जमानत दे दी। जानिए पूरा मामला।
जानिए, मद्रास उच्च न्यायालय के मुख्य न्यायाधीश संजीब बनर्जी को स्थानांतरित करने की सिफ़ारिश पर मद्रास बार एसोसिएशन ने सुप्रीम कोर्ट कोलिजियम से क्या आग्रह किया है।
बंबई हाई कोर्ट के बाद अब मद्रास हाई कोर्ट ने कहा है कि आईटी अधिनियम 2021 से प्रेस की आज़ादी को ख़तरा हो सकता है, उसके संपादकीय में सरकार का हस्तक्षेप हो सकता है।
सुप्रीम कोर्ट ने मीडिया का मुँह बंद करने से साफ इनकार करते हुए कहा है कि प्रेस लोकतंत्र का पहरेदार है और अदालत में हो रही सुनवाई की खबर देने से इसे नहीं रोका जा सकता।