मंगलवार को तमिलनाडु की सभी 234 विधानसभा सीटों पर मतदान हैं। इसके अलावा केरल विधानसभा की सभी 140 और पुडुचेरी की सभी 30 सीटों पर लोग अपने मताधिकार का प्रयोग करेंगे।
चुनाव आयोग ने दूसरे चरण के मतदान से जुड़े ममता बनर्जी के आरोपों को सिरे से खारिज कर दिया है। उसने इसके अलावा पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री के ख़िलाफ़ कार्रवाई करने का संकेत भी दिया है।
सोशल मीडिया पर वायरल हुए एक वीडियो में ममता बनर्जी वही चोटिल पैर हिलाती हुई दिख रही हैं। बीजेपी ने मुख्यमंत्री पर हमला करते हुए कहा कि उन्हें 'अब यह ड्रामाबाजी बंद कर देना चाहिए।'
चुनाव प्रचार की गहमगहमी और घात-प्रतिघात के बीच नरेंद्र मोदी ने ममता बनर्जी को वाराणसी से चुनाव लड़ने की चुनौती दी है और तंज करते हुए कहा है कि वहाँ उन्हें 'जय श्री राम' का नारा लगाने वाले बहुत लोग मिलेंगे।
पश्चिम बंगाल के सियासी रण में बीजेपी और टीएमसी के बीच जबरदस्त घमासान जारी है। अभी बंगाल में सिर्फ़ दो ही चरणों का मतदान हुआ है और आठ चरणों की वोटिंग बाक़ी है।
मतदाताओं को वोट देने से रोकने, उन्हें प्रभावित करने, चुनाव एंजेट से मारपीट करने और चुनाव में धाँधली करने के आरोप-प्रत्यारोप के बीच पश्चिम बंगाल में भारी मतदान हुआ है।
पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने आरोप लगाया है कि राज्य में स्वतंत्र व निष्पक्ष चुनाव नहीं हो रहे हैं। उन्होंने राज्यपाल जगदीप धनकड़ और चुनाव आयोग से इसकी शिकायत की है। इसके बाद वे एक बूथ पर धरने पर बैठ गईं।
पश्चिम बंगाल की 30 और असम की 39 सीटों के लिए मतदान गुरुवार को पूरा हो गया। लगभग 80 प्रतिशत लोगों ने अपने मताधिकार का प्रयोग किया। कई तरह के आरोप लगाए गए, कुछ जगहों पर मारपीट हुई, मुख्यमंत्री धरने पर बैठीं।
दूसरे चरण के मतदान के एक दिन पहले एक बार फिर पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने खुद पर हमले का आरोप लगाया है और यह भी कहा है कि उनके पास इसके सबूत हैं, लेकिन वे चुनाव की वजह से इस ममले को तूल देना नहीं चाहती हैं।
ममता बनर्जी ने जैसे ही खुद को ‘शांडिल्य’ गोत्र का बताते हुए अपना असली गोत्र मां, माटी, मानुष बताया, चुनावी फिजां की तपिश अचानक तेज हो गयी। गोत्र, जाति, धर्म की राजनीति करने वाले बेचैन हैं कि ममता बनर्जी क्या उनकी राह पकड़ रही हैं?
पश्चिम बंगाल विधानसभा चुनाव 2021 के ऐन वक़्त पर 75 साल पहले यानी 1946 में हुए हिन्दू-मुसलिम दंगों को याद करने और उन्हें भुनाने की कोशिशें की जा रही हैं।
पश्चिम बंगाल की मु्ख्यमंत्री ममता बनर्जी ने सार्वजनिक रूप से अपना गोत्र शांडिल्य बताया है। हालांकि उन्होंने इसे वोट से नहीं जोड़ा है, पर उनका मक़सद साफ है, वह यह बताना चाहती हैं कि वह हिन्दू हैं, ब्राह्मण हैं और उसमें भी उच्च गोत्र की कन्या हैं।
पूरे मुल्क की नज़र इस इलाके पर है। देश के बाहर भी इस उपेक्षित नन्दीग्राम की खूब चर्चा हो रही है। देश के प्रधानमंत्री के लिए भी यह इलाका प्रतिष्ठा का विषय बन गया है। असहाय, वंचित लोग आसमान की ओर निहार रहे हैं। अभावग्रस्त लोग अवाक हैं।