पश्चिम बंगाल के मुर्शिदाबाद ज़िले में भारतीय जनता पार्टी के एक कार्यकर्ता और उसके 5 साथियों को पकड़ा गया है, जो मुसलमानों की जालीदार टोपी और लुंगी पहन कर यानी मुसलमान होने का स्वांग कर ट्रेनों पर पथराव कर रहे थे। स्थानीय लोगों ने उन्हें चलती ट्रेन पर पत्थर फेंकते देखा तो पकड़ कर पुलिस के हवाले कर दिया।
ट्रेन पर पथराव
मुर्शिदाबाद में स्थानीय अफ़सरों ने कहा कि राधामाधबतला गाँव के लोगों ने छह लोगों को सियालदह-लालगोला लाइन पर सियालदह जा रहे ट्रायल इंजन पर पत्थर फेंकते देखा तो उन्हें पकड़ कर पुलिस के हवाले कर दिया।
ज़िला पुलिस सुपरिटेंडेंड मुकेश ने कोलकाता से छपने वाले अंग्रेज़ी अख़बार ‘द टेलीग्राफ’ से कहा :
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पकड़े गए युवक का नाम अभिषेक सरकार है, वह 21 साल का है और बीजेपी का सदस्य है। युवकों ने दावा किया कि उन्होंने जालीदार टोपी और लुंगी वीडियो शूट करने के लिए पहनी थीं, जिसे वे अपने यूट्यूब चैनल पर डालना चाहते थे। पर अब तक हमें ऐसा कोई यूट्यूब चैनल नहीं मिला है।
मुकेश, एसपी, मुर्शिदाबाद, पश्चिम बंगाल
अंग्रेजी अख़बार टेलीग्राफ़ के मुताबिक़, राधामाधबतला के स्थानीय लोगों का कहना है कि उन्होंने अभिषेक सरकार को बीजेपी की ओर से निकाली रैलियों में पहली पंक्ति में देखा है। वह श्रीशनगर गाँव के रहने वाले हैं।
स्थानीय लोगों ने कहा, ‘जब हमने इन युवकों को रेल लाइन के पास कपड़े बदलते देखा तो हमें संदेह हुआ। हम अभिषेक को जानते हैं, वह इन दिनों काफ़ी मुखर हो चला है, इसलिए हमने उससे बात करने की सोची।’
बीजेपी ज़िला अध्यक्ष का इनकार
पुलिस ने यह भी कहा कि इन लोगों का एक और साथी था, जो भाग निकला। पुलिस वालों ने छह लोगों से बहरमपुर थाने में पूछताछ की है। बीजेपी के स्थानीय नेताओं ने यह माना है कि अभिषेक सरकार पार्टी का सदस्य है। लेकिन बीजेपी के ज़िला अध्यक्ष गौरी शंकर घोष ने कहा कि अभिषेक पार्टी का सदस्य नहीं है। उन्होंने कहा, 'वह हमारी पार्टी का सदस्य नहीं है। हमें राधामाधबतला की घटना के बारे में पता नहीं है।’
मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने इसकी आशंका पहले ही जताई थी। उन्होंने शुक्रवार को कोलकाता के रानी रासमणि रोड पर हुई जनसभा में कहा था कि बीजेपी के लोग टोपी-लुंगी पहन कर फोटो खिंचवाते हैं और पथराव करते हैं ताकि लोगों को उकसाया जा सके। उन्होंने लोगों से अपील की थी कि वे इस जाल में न पड़ें।
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बीजेपी के जाल में मत पड़िए। वे इसे हिन्दू-मुसलमान लड़ाई में तब्दील कर देना चाहते हैं। हमें यह ख़ुफ़िया जानकारी मिली है कि बीजेपी के लोग जालीदार टोपियाँ खरीद रहे हैं। वे इसे पहन कर तोड़फोड़ करते हुए फोटो खिंचवा रहे हैं और फ़िल्म बनवा रहे हैं ताकि एक समुदाय को बदनाम किया जा सके।
ममता बनर्जी, मुख्यमंत्री, पश्चिम ब्ंगाल
मुख्यमंत्री ने इसके साथ ही लोगों से यह भी अपील की कि वे सोशल मीडिया पर चल रहे दुष्प्रचार में न पड़ें। उन्होंने कहा, ‘मैं अपनी युवा पीढ़ी से अपील करती हूँ कि वो सोशल मीडिया पर चल रही सभी चीजों पर यकीन न करें। बीजेपी करोड़ रुपए खर्च कर झूठी ख़बरें और नकली वीडियो तैयार कर रही है ताकि हिंसा और नफ़रत फैलाई जा सके।’
इसके पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने झारखंड में एक चुनाव सभा को सम्बोधित करते हुए कहा था, ‘ये जो लोग आग लगा रहे हैं, टेलीविज़न पर जो तसवीरें दिखाई जा रही हैं, वे लोग कौन हैं, उन्हें उनके कपड़ों से पहचाना जा सकता है।’
प्रधानमंत्री की इस टिप्पणी की काफी आलोचना की गई थी और कहा गया था कि कपड़ों से पहचान होने की बात कह कर वे यह इशारा कर रहे हैं कि आग लगाने वाले मुसलमान हैं।
प्रधानमंत्री की इस टिप्पणी की काफी आलोचना की गई थी और कहा गया था कि कपड़ों से पहचान होने की बात कह कर वे यह इशारा कर रहे हैं कि आग लगाने वाले मुसलमान हैं।
बता दें कि उत्तर बंगाल के मुर्शिदाबाद, मालदह, बहरमपुर ज़िलों में लोगों ने ट्रेनों पर पथराव किए, आग लगाई और रेल स्टेशनों पर तोड़फोड़ की है। ऐसे दसियों स्टेशनों पर किया गया है। बाद में राज्य सरकार ने कड़ी कार्रवाई करते हुए उन पर काबू पाया। अब वहाँ हिंसक वारदात नहीं हो रही है।
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