इंडिया गठबंधन के तमाम दल राहुल गांधी की अडाणी के खिलाफ, ईवीएम के खिलाफ और संविधान के समर्थन में भले ही लड़ाई को कितना भी कमजोर कर दें, लेकिन वो डटे हुए हैं। लेकिन राहुल का मुकाबला सिर्फ इंडिया गठबंधन के दिग्गज नेताओं से ही नहीं बल्कि खुर्राट कांग्रेसियों से भी है। संसद का सत्र खत्म होने के बाद इन तमाम संघर्षों के कई रंग आपको देखने को मिलेंगे। बुजुर्ग पत्रकार श्रवण गर्ग की टिप्पणीः