इंडिया गठबंधन में पड़ी कथित दरारों का संबंध भाजपा से मुक़ाबले को लेकर नहीं बल्कि सीटों के सम्माजनक बँटवारे से है। न ही कोई दल गठबंधन को छोड़कर गया है। पूछा जा सकता है कि तीन महत्वपूर्ण राज्यों में इतनी बड़ी जीत के बाद एनडीए के साथ कितने दल और जुड़ गए? बात यही है कि मीडिया में इंडिया के टूटने की खबरें ज्यादा हैं लेकिन भाजपा के भविष्य पर कोई बात नहीं कर रहा। देश के जाने-माने वरिष्ठ पत्रकार श्रवण गर्ग का नजरियाः