पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने सोमवार को आरोप लगाया था कि वामपंथी दल इंडिया गठबंधन के एजेंडे को नियंत्रित करने की कोशिश कर रहे हैं। इस पर कांग्रेस नेता अधीर रंजन चौधरी ने मंगलवार को तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) नेता की आलोचना करते हुए उन्हें अवसरवादी बताया।
चौधरी ने कहा कि कांग्रेस ममता की मदद से चुनाव नहीं लड़ेगी। उन्होंने कहा, "कांग्रेस जानती है कि अपने बल पर कैसे लड़ना है और ममता बनर्जी को याद रखना चाहिए कि कांग्रेस के समर्थन से ही वह बंगाल में सत्ता में आई थीं।"
सोमवार को कोलकाता में एक रैली को संबोधित करते हुए, ममता ने इंडिया गठबंधन की बैठक के एजेंडे को नियंत्रित करने वाले सीपीएम के नेतृत्व वाले वाम मोर्चे को स्वीकार करने में अनिच्छा जताई। यानी उन्होंने एक तरह से मांग रख दी है कि उन्हें इंडिया गठबंधन में कम्युनिस्ट दलों की मौजूदगी मंजूर नहीं है।
ममता ने कहा, "मैं इस बात पर जोर देती हूं कि विशेष क्षेत्रों को क्षेत्रीय दलों के लिए छोड़ दिया जाना चाहिए। वे (कांग्रेस) अकेले 300 (लोकसभा) सीटों पर लड़ सकते हैं और मैं उनकी मदद करूंगी। मैं उन सीटों पर चुनाव नहीं लड़ूंगी। लेकिन, वे जो करना चाहते हैं उसे करने पर अड़े हुए हैं।" उन्होंने कोलकाता में एक 'सर्व-विश्वास सद्भाव रैली' में ये बात कही। ममता ने यह रैली अयोध्या में राम मंदिर के अभिषेक समारोह के समानान्तर आयोजित की थी।
बहरहाल, इंडिया गठबंधन में आपसी तल्खियां बढती जा रही हैं। इससे पहले, जनवरी के पहले सप्ताह में, अधीर रंजन चौधरी ने आगामी लोकसभा चुनावों के लिए बंगाल में सीट बंटवारे को लेकर ममता की आलोचना की थी। वह उन खबरों पर प्रतिक्रिया दे रहे थे कि टीएमसी ने बंगाल में कांग्रेस को दो सीटों की पेशकश की है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस सीटों के लिए भीख नहीं मांगेगी।
अपनी राय बतायें