बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार वैसे तो इंडिया गठबंधन के सूत्रधार माने जाते हैं और वह संयोजक भी बनने वाले थे मगर राष्ट्रीय मीडिया में अक्सर यह खबर आ जाती है कि वह एक बार फिर पाला बदलकर एनडीए गठबंधन में जाने वाले हैं। मगर क्या ऐसी खबरें किसी ठोस जानकारी के आधार पर दी जाती हैं या इसके जरिए बीजेपी का एजेंडा बढ़ाया जाता है? इस सवाल पर गौर करना जरूरी है।

नीतीश कुमार के बारे में अब उनसे ज्यादा खबर देश का राष्ट्रीय मीडिया रखने लगा है। रोजाना उनके पलटने की खबरें सुर्खियां बन रही हैं। लेकिन सच क्या है, क्या भाजपा का इसके पीछे अपना कोई एजेंडा है। इस सवाल का जवाब अब आना चाहिए। बिहार-झारखंड के वरिष्ठ पत्रकार समी अहमद की पड़तालः