बिहार में चुनावी घमासान जारी है। आरोप-प्रत्यारोप का दौर, वर्चुअल रैली का जोर और हर मुद्दे के केंद्र में लालू प्रसाद यादव का शोर सबको साफ-साफ सुनाई दे रहा है।
बिहार में प्रचंड जीत दर्ज कर चुकी बीजेपी इस बार भी 2015 की तरह डिजिटल प्रचार में सभी दलों को पीछे छोड़ चुकी है। लालू जेल में हैं लेकिन बीजेपी की राह इतनी आसान होगी क्या?
शनिवार को सोलंकी हत्या मामले में दाखिल चार्जशीट को भी शामिल कर लिया जाए तो ताहिर हुसैन सहित 212 नाम मुसलिम समुदाय के हैं। शुक्रवार तक 410 लोगों के ख़िलाफ़ चार्जशीट हुई थी जिसमें 205 हिंदू थे।
दिल्ली हिंसा को लेकर दिल्ली पुलिस की एक के बाद एक दाखिल हो रही चार्जशीट रोज़ नए खुलासे कर रही है। मगर असली खुलासा स्पेशल सेल द्वारा दाखिल होने वाली चार्जशीट में देखा जा सकेगा।
कोरोना महामारी के बीच इस बार बिहार का चुनाव डिजिटल होगा। बीजेपी डिजिटल चुनाव की तैयारियों में सबसे आगे है लेकिन विपक्ष का कहना है कि वह कोरोना संकट में भी राजनीति कर रही है।
यस बैंक घोटाले में प्रवर्तन निदेशालय यानी ईडी की चार्जशीट ने और हड़कंप मचा दिया है। इस चार्जशीट में हुए खुलासों ने घोटालों पर पहले से ही सजग रहने के सरकारी दावों पर भी सवाल खड़े कर दिए हैं।
दिल्ली हिंसा की जाँच की हो रही है तो आप एक सवाल पर ग़ौर फरमाइए, देश में कितने दंगे हुए हैं जिसमें शामिल दोषियों और साज़िशकर्ताओं के ख़िलाफ़ जाँच एजेंसी पहुँच पाती है?
नागरिकता क़ानून को लेकर दिल्ली में हुई हिंसा को लेकर पुलिस की भूमिका पर ढेरों सवाल खड़े हो रहे हैं। आख़िर पुलिस ने दंगाइयों को रोकने की कोशिश क्यों नहीं की?
उत्तर प्रदेश पुलिस का दावा है कि नागरिकता क़ानून विरोधी आन्दोलन के पीछे पॉपुलर फ्रंट ऑफ़ इंडिया का हाथ है और पुलिस को इसके पक्के सबूत मिले हैं, उस पर नकेल कसने की तैयारी चल रही है।
नागरिकता संशोधन क़ानून के ख़िलाफ़ देश भर में विशेषकर उत्तर प्रदेश में हुए प्रदर्शनों के दौरान पॉपुलर फ़्रंट ऑफ़ इंडिया (पीएफ़आई) का नाम चर्चा में आया है।