राजधानी के सबसे घनी आबादी वाले इलाक़े उत्तर-पूर्वी दिल्ली में तीन दिन तक जारी रही हिंसा की ख़बरें देखने-सुनने और समझने के बाद आपके जेहन में एक सवाल ज़रूर आ रहा होगा। सवाल यह कि दिल्ली पुलिस आख़िर तीन दिन तक ख़ामोश क्यों रही। उपद्रवी मनमानी करते रहे और पुलिस मूकदर्शक बनी रही। उसने कभी ज़मीन पर लाठी फटकारी तो कभी दूर से आंसू गैस के गोले छोड़े। दंगाई फ़ायरिंग कर रहे थे। पुलिसवालों के सामने आगजनी हो रही थी। लेकिन पुलिस असहाय होकर देख रही थी।