दिल्ली हिंसा की जाँच में पुलिस को दोनों तरफ़ से बने वाट्सऐप ग्रुप का पता लगा है। एक तरफ़ से बने वाट्सऐप ग्रुप में 125 लोग थे। इनमें से कुछ का काम संदेश रूपी निर्देश देने थे, कुछ के काम उनका पालन करना था जबकि बाक़ी निष्क्रिय थे। पुलिस ने केवल सक्रिय लोगों को ही आरोपी बनाया है। बाक़ी लोग गवाह के तौर पर रखे गए हैं। दूसरी तरफ़ के बने वाट्सऐप ग्रुप में ‘पिंजरा तोड़’, मरकज़ और पीएफ़आई से जुड़े लोग सक्रिय थे। पुलिस ने उनमें से भी कई की पहचान कर आरोपी बनाया है।