छत्तीसगढ़ के बाद अब महाराष्ट्र में भी लोग नक्सवाद यानी ‘लाल आतंक’ से दूर हो रहे हैं। इसका श्रेय सरकार बेशक अपनी योजनाओं को दे रही है लेकिन नक्सल के प्रति मोहभंग होने की वजह उस उन ख़बरों का तेज़ी से सामने आना भी है जिसे अब तक दबा कर रखा गया था। महाराष्ट्र के गढ़चिरौली पुलिस के सामने कई ऐसे खुलासे हो रहे हैं जिन्हें जानकर हैरानी होती है कि ग़रीबों को न्याय दिलाने के नाम पर शुरू हुए ‘लाल आतंक’ का रूप 'भयानक' होता जा रहा है।
नक्सलियों का कौन-सा 'राज' जानकर सरकार से माफ़ी माँग रहे ग्रामीण?
- महाराष्ट्र
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- 8 Sep, 2019
छत्तीसगढ़ के बाद अब महाराष्ट्र में भी लोग नक्सलियों से दूर हो रहे हैं। नक्सल के प्रति मोहभंग होने की वजह उन ख़बरों का तेज़ी से सामने आना भी है जिन्हें अब तक दबा कर रखा गया था।

क्षमा याचना के प्रस्ताव
महाराष्ट्र के ज़िला गढ़चिरौली का एक गाँव है लवारी। इस गाँव की ग्राम सभा ने एक क्षमायाचना प्रस्ताव पारित किया है। इसे सरकार के पास भेज दिया गया है। यह क्षमायाचना प्रस्ताव गाँव के 5 लोगों के लिए है जो 1 मई को हुए सनसनीखेज नक्सल हमले में गिरफ़्तार हुए हैं। पुलिस ने इस मामले में अब तक 8 लोगों को गिरफ़्तार किया है। इनमें से पाँच लोग लवारी गाँव के ही हैं।