70-80 के दशक की बेस्ट जोड़ी माने जाने वाले सलीम-जावेद पर अब एक डॉक्यूमेंट्री रिलीज हुई है। इस डॉक्यूमेंट्री का नाम है 'एंग्री यंग मैन'। पढ़िए इसकी समीक्षा।
मोदी सरकार ने 25 जून को संविधान हत्या दिवस घोषित किया है। हालांकि 1976 की जिस इमरजेंसी के लिए कांग्रेस और इंदिरा गांधी माफी मांग चुके हैं, उसी की याद को हमेशा बनाए रखने के लिए मोदी सरकार ने यह पैंतरेबाजी की है। लेखक सुदीप ठाकुर का यही कहना है कि अगर आपकी नीयत साफ होती तो आप संविधान सुरक्षा दिवस घोषित करते। पढ़िएः
कांग्रेस बहुत ही विपरीत हालात से गुजर रही है। हालांकि गलतियां उसकी भी कम नहीं है। उसके सुविधाभोगी नेताओं का हाथ कांग्रेस को इन हालात में ले जाने में ज्यादा रहा है। कांग्रेस को आज जुझारू कार्यकर्ताओं और नेताओं की जरूरत है। अकेले राहुल गांधी के कंधों पर कांग्रेस संघर्ष की वैतरणी पार नहीं कर सकती। सुदीप ठाकुर का विश्लेषण पढ़िएः
लोकसभा चुनाव से ऐन पहले सीएए यानी नागरिकता संशोधन क़ानून लागू किया गया है, इसकी आख़िर क्या ज़रूरत थी? सीएए क्या मोदी सरकार की मंशा पर सवाल नहीं खड़े करते हैं?
भाजपा के लिए 370 और एनडीए के लिए 400 सीटें हासिल करने का मतलब है कि समूचा विपक्ष और बीजेडी तथा वाईएसआर कांग्रेस जैसे भाजपा के गैरएनडीए मित्र दल 140-142 सीटों में सिमट जाएं? लेकिन क्या यह संभव है?
अक्सर भारत के पहले प्रधानमंत्री जवाहरलाल नेहरू की आलोचना करते रहने वाले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अब उनकी तारीफ़ क्यों की? जानिए ट्रिस्ट ऑफ डेस्टिनी के भाषण का एक अधूरा वाक्य क्यों बोला।
क्या घोसी उपचुनाव नतीज़ों को लेकर विपक्षी गठबंधन इंडिया यानी इंडियन नेशनल डेवलपमेंटल इनक्लूशिव एलायंस की 1977 के जनता प्रयोग से तुलना की जा सकती है? जानिए, क्या समानता है।
विपक्षी दलों पर निशाना साधते हुए बीजेपी लगातार परिवारवाद को मुद्दा बना रही है। लेकिन क्या आपको पता है कि नेहरू की पहली कैबिनेट में परिवारवाद का कोई मामला था या नहीं?
प्रधानमंत्री का 15 अगस्त का भाषण बताता है कि भाजपा 2024 का लोकसभा चुनाव अमेरिकी स्टाइल में शख्सियत केंद्रित बनाना चाहती है। इसीलिए मोदी अब खुद को केंद्र में रखकर हर बात कह रहे हैं। पत्रकार सुदीप ठाकुर ने पीएम के भाषण का विश्लेषण अलग तरह से किया है।
लोकसभा में विपक्ष द्वारा लाए गए अविश्वास प्रस्ताव पर बहस के दौरान प्रधानमंत्री मोदी ने स्वतंत्रता आंदोलन के दौरान गठित कांग्रेस की स्थापना को लेकर सवाल क्यों उठाए? जानिए उनका क्या मक़सद रहा।
सुप्रीम कोर्ट द्वारा कांग्रेस नेता राहुल गांधी की मानहानि की सजा पर रोक लगाए जाने के बाद राहुल सबसे पहले लालू यादव से मिलने क्यों पहुँचे? जानिए, क्या हैं इसके निहितार्थ।
कंगना रनौत देश की आज़ादी को लेकर दिए गए विवादित बयान के बाद उन्होंने महात्मा गांधी पर हमला किया है। कंगना ने गांधी जी के अहिंसा के मंत्र का मजाक उड़ाते हुए कहा है कि दूसरे गाल को भी आगे कर देना भीख है न कि आज़ादी।
हरू के बारे में इन दिनों सोशल मीडिया में तरह तरह के दुष्प्रचार चलाए जा रहे हैं। उनकी छवि को बिगाड़ने की कोशिश की जा रही है। लेकिन नेहरू का जीवन पारदर्शी था।