पिछले एक दशक के दौरान गांधी-नेहरू परिवार पर परिवारवाद को लेकर जितने हमले हुए हैं, वैसा पहले कभी नहीं हुआ। किसी भी राजनीतिक परिवार पर कभी ऐसे हमले नहीं हुए। इसकी शुरुआत 2013 में हो गई थी, जब नरेंद्र मोदी को भारतीय जनता पार्टी ने अपने चुनाव अभियान समिति का अध्यक्ष बनाया था। उसके बाद से मोदी सोनिया गांधी, राहुल गांधी और प्रियंका गांधी पर परिवारवाद को लेकर हमला करने का कोई अवसर नहीं छोड़ते।
नेहरू की पहली कैबिनेट और परिवारवाद
- विचार
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- 29 Mar, 2025

विपक्षी दलों पर निशाना साधते हुए बीजेपी लगातार परिवारवाद को मुद्दा बना रही है। लेकिन क्या आपको पता है कि नेहरू की पहली कैबिनेट में परिवारवाद का कोई मामला था या नहीं?
यह हमला एक तरह से बीजेपी की सोची-समझी रणनीति का हिस्सा है। भाजपा के नेता और मोदी सरकार के मंत्री भी इसमें कोई कसर नहीं छोड़ते हैं। 2019 के लोकसभा चुनाव में अमेठी से राहुल गांधी को पराजित करने वाली केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी तो स्थायी भाव से राहुल पर हमले करती हैं।