पिछले एक दशक के दौरान गांधी-नेहरू परिवार पर परिवारवाद को लेकर जितने हमले हुए हैं, वैसा पहले कभी नहीं हुआ। किसी भी राजनीतिक परिवार पर कभी ऐसे हमले नहीं हुए। इसकी शुरुआत 2013 में हो गई थी, जब नरेंद्र मोदी को भारतीय जनता पार्टी ने अपने चुनाव अभियान समिति का अध्यक्ष बनाया था। उसके बाद से मोदी सोनिया गांधी, राहुल गांधी और प्रियंका गांधी पर परिवारवाद को लेकर हमला करने का कोई अवसर नहीं छोड़ते।