प्रधानमंत्री मोदी ने आगामी लोकसभा चुनाव में भाजपा के लिए 370 सीटें और एनडीए के लिए 400 सीटों का लक्ष्य रखा है। वह लगातार यह दावा कर रहे हैं। देश के करीब आठ दशक के संसदीय इतिहास में किसी आम चुनाव में इस तरह से सीटें हासिल करने का दावा शायद पहले कभी नहीं किया गया। मानो भाजपा की जीत तो सुनिश्चित है ही, बात सिर्फ़ जीत के फासले की है।
लोकसभा चुनाव में मोदी का चार सौ का लक्ष्य- हकीकत या फसाना?
- विश्लेषण
- |
- |
- 4 Mar, 2024

भाजपा के लिए 370 और एनडीए के लिए 400 सीटें हासिल करने का मतलब है कि समूचा विपक्ष और बीजेडी तथा वाईएसआर कांग्रेस जैसे भाजपा के गैरएनडीए मित्र दल 140-142 सीटों में सिमट जाएं? लेकिन क्या यह संभव है?
वास्तव में इस दावे का अपना एक मनोविज्ञान भी है। यह एंटी इंकबेंसी के खिलाफ़ जनता को अपने पक्ष में करने का एक तरीका है। और उससे भी कहीं अधिक यह विपक्षी गठबंधन इंडिया पर मनोवैज्ञानिक दबाव बनाने की कोशिश है। क्या सचमुच भाजपा के पक्ष में एक बड़ी 'चुनावी लहर' हिलोरे मार रही है? सवाल का जवाब तलाशने में देश के अब तक हुए लोकसभा चुनावों पर नज़र डालने से कुछ मदद मिल सकती है।