भाजपा की लखनऊ बैठक में रविवार को यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने स्पष्ट शब्दों में कहा कि अति आत्मविश्वास से पार्टी यूपी में हारी। यूपी में भाजपा लोकसभा चुनाव में 33 सीटें ही पा सकी और 2014, 2019 के मुकाबले उसका बहुत खराब प्रदर्शन रहा। लेकिन जब हार की जिम्मेदारी लेने की बात आ रही है तो सबकुछ योगी पर थोपा जा रहा है। योगी विभिन्न मंचों से अपना जवाब देते रहते हैं।
चुनाव जीतने वाले जनप्रतिनिधि बिना किसी पक्षपात के काम करने का शपथ लेते हैं तो फिर वह वोट नहीं देने वालों का काम नहीं करने या उनका बुरा करने की बात कैसे कह सकते हैं?
उत्तर प्रदेश की 80 और महाराष्ट्र की 48 यानी कुल मिलाकर 128 सीटों में से भाजपा केवल 50 सीटें जीत सकी। इन प्रदेशों में भाजपा 40 फ़ीसदी सीटें भी जीतने में कामयाब नहीं हुई। जानें वजह।
मोहन भागवत से लेकर इंद्रेश कुमार तक चुनाव नतीजों को अहंकार से क्यों जोड़ रहे हैं? क्या संघ बीजेपी के ख़िलाफ़ हो गया है या फिर संघ की कुछ और ही ‘चाल’ है?
आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत और संघ के मुखपत्र ऑर्गनाइजर के बाद अब एक और बड़े आरएसएस नेता ने बीजेपी पर हमला क्यों किया? जानिए, इंद्रेश कुमार ने चुनाव नतीजों पर क्या कहा।
इस लोकसभा चुनाव में कांग्रेस ने तो ज़बर्दस्त प्रदर्शन किया ही, इंडिया गठबंधन ने बीजेपी को कड़ी चुनौती दी। जानिए, राहुल गांधी ने भारत जोड़ो यात्रा से कैसे देश की राजनीति बदल दी।
लोकसभा चुनाव में बीजेपी को बड़ा नुक़सान क्यों उठाना पड़ा? क्या उसको अपने ऊपर अति आत्मविश्वास हो गया था? जानिए आरएसएस ने चुनाव नतीजों और बीजेपी के प्रदर्शन पर क्या कहा।
अयोध्या में बीजेपी के उम्मीदवार लल्लू सिंह की हार ने हिंदुत्ववादियों को हिला कर रख दिया है, लेकिन क्या यह अयोध्यावासियों के लिए भी ऐसा ही है? जानिए, फैजाबाद लोकसभा सीट पर चुनाव नतीजे के मायने क्या।
बिहार में बीजेपी-जेडीयू वाला एनडीए गठबंधन भले ही 40 में से 30 सीटें जीत गया हो, लेकिन इसके वोट शेयर में बड़ी गिरावट आई है। जानिए, आरजेडी को कितना फायदा हुआ।
नरेंद्र मोदी के नेतृत्व वाला एनडीए सरकार बनाने का दावा पेश करेगा। एनडीए का नेता चुने जाने के लिए एनडीए दलों और सांसदों की बैठक हुई। जानिए, इसमें पीएम मोदी ने क्या कहा।