कंगना बहन यह सिर्फ़ आपकी मुश्किल नहीं है। गांधी को लोग देर से समझते हैं। दरअसल, हड्डी के ढाँचे जैसी काया में नज़र आने वाला यह शख्स जितना बाहर से सहज और सरल दिखता है, भीतर से उतना ही कठोर है। उन्हें समझने में अंग्रेजोंं को भी वक़्त लगा था।