23 मई 1987 को मलियाना में हुए नरसंहार में 106 घरों में आग लगा दी गई थी। इस दंगे में 73 लोग मारे गए लेकिन इस मामले में अब तक दोषी कोई नहीं हुआ? तो सवाल है कि इन मौतों का आख़िर ज़िम्मेदार कौन था?
श्रीकांत त्यागी का मामला आख़िर क्यों बढ़ता जा रहा है और इसको लेकर महापंचायतें क्यों हो रही हैं? अपराध को लेकर कार्रवाई हो रही है या उससे ज़्यादा राजनीति?
बुलंदशहर में चुनाव प्रचार के दौरान प्रियंका गांधी, अखिलेश यादव और जयंत चौधरी जब आमने-सामने आए तो एक दूसरे का अभिवादन कर उन्होंने राजनीति में एक आदर्श सामने रखा।
पश्चिमी उत्तर प्रदेश में टिकटों के बंटवारे के बाद सपा रालोद गठबंधन और बीजेपी के अंदर घमासान मच गया है। बगावत होने के कारण दोनों के लिए ही हालात मुश्किल बन गए हैं और चुनाव दिलचस्प हो गया है।
कोरोना काल के शुरुआती दौर में जो आरोप जमातियों ने लगाए थे, वही आरोप अब भाजपाई यानी सत्तापक्ष के लोग लगा रहे हैं। मेरठ के एक निजी मेडिकल कॉलेज के कोविड-19 वार्ड की गड़बड़ियों पर मुख्यमंत्री को पत्र लिखा है।
मेरठ में कोरोना संक्रमित मरीजों की संख्या 13 हो गई है। यह आंकड़ा अभी काफी बढ़ सकता है क्योंकि संक्रमित व्यक्ति के संपर्क में आये 25 चिन्हित लोगों की रिपोर्ट अभी नहीं आई है।
अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप को ख़ुश करने के लिए पश्चिमी उत्तर प्रदेश के खेतों को सिंचाई के लिए मिलने वाला गंगा के पानी को रोक दिया गया। मौसम में गर्मी थी और फ़सल बचाने के लिए पानी की दरकार थी।
मेघना गुलज़ार और दीपिका पादुकोण की फ़िल्म छपाक चर्चा का विषय बनी हुई है। फ़िल्म का विरोध करने वाले तेजाब हमले की पीड़िताओं के जख्मों पर नमक छिड़कने जैसा है।
नागरिकता संशोधन क़ानून के विरोध में मेरठ, मुज़फ़्फरनगर में हुए विरोध-प्रदर्शनों के बाद पुलिसिया बर्बरता व जुल्म की तसवीरें और कहानियां सामने आ रही हैं।