हर दिन जब बयानवीरों की जुबान से जहर बुझे तीर चल रहे हैं। समाज को वैमनस्य की चिंगारी से सुलगाने की लगातार कोशिशें हो रहीं हैं। अपनी विपक्षी पार्टियों या मतदाताओं को को गली-मोहल्ले के गुंडों या वाहुबलियों की तरह खुलेआम धमकाया जा रहा है। अपनी विशिष्ट भाषा शैली में मुख्यमंत्री ने यह भी कह दिया कि दो लड़के आजकल पश्चिमी उत्तर प्रदेश में दंगा भड़काने के लिए निकले हुए हैं।
प्रियंका-अखिलेश-जयंत के अनोखे मिलन के बहाने
- राजनीति
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- 5 Feb, 2022

बुलंदशहर में चुनाव प्रचार के दौरान प्रियंका गांधी, अखिलेश यादव और जयंत चौधरी जब आमने-सामने आए तो एक दूसरे का अभिवादन कर उन्होंने राजनीति में एक आदर्श सामने रखा।
ऐसे में जब मान-मर्यादा ताक पर रख दी गई हो तब चुनावी युद्ध में अगर दो विपक्षी सौहार्द का अनुपम उदाहरण प्रस्तुत करें तो निश्चय ही शिष्टता, शालीनता और सौहार्द की बसंती बयार आह्लादित कर देती है।