हर दिन जब बयानवीरों की जुबान से जहर बुझे तीर चल रहे हैं। समाज को वैमनस्य की चिंगारी से सुलगाने की लगातार कोशिशें हो रहीं हैं। अपनी विपक्षी पार्टियों या मतदाताओं को को गली-मोहल्ले के गुंडों या वाहुबलियों की तरह खुलेआम धमकाया जा रहा है। अपनी विशिष्ट भाषा शैली में मुख्यमंत्री ने यह भी कह दिया कि दो लड़के आजकल पश्चिमी उत्तर प्रदेश में दंगा भड़काने के लिए निकले हुए हैं।