पश्चिमी उत्तर प्रदेश में त्यागी समाज में उबाल आया हुआ है। एक महिला से अभद्रता करने वाले एक दबंग आदमी के समर्थन में राजनीतिक रोटियाँ सिकने लगी हैं और आँच को तेज करने के लिए लगातार ईंधन डाला जा रहा है जिसमें राजनीतिक और कथित गैर-राजनीतिक दलों की भागीदारी बढ़-चढ़कर चल रही है। वैसे आग लगाने वालों में सत्ता की भूमिका को भी नजरअंदाज नहीं किया जा सकता है।
श्रीकांत त्यागी केस: समर्थन में राजनीतिक रोटियाँ सिकने लगी हैं!
- उत्तर प्रदेश
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- 23 Aug, 2022

श्रीकांत त्यागी का मामला आख़िर क्यों बढ़ता जा रहा है और इसको लेकर महापंचायतें क्यों हो रही हैं? अपराध को लेकर कार्रवाई हो रही है या उससे ज़्यादा राजनीति?
मामला नोएडा के सेक्टर 93 स्थित ग्रैंड ओमेक्स सोसाइटी का है लेकिन उसकी धमक पूरे पश्चिमी उत्तर प्रदेश में गूंज रही है। त्यागी समाज में आक्रोश है जिसके चलते न केवल गौतमबुद्ध नगर बल्कि मेरठ, गाजियाबाद, बुलंदशहर, बागपत, शामली, मुजफ्फरनगर सहित अनेक जिलों में पंचायतें चल रहीं हैं। बीजेपी के ख़िलाफ़ माहौल भी बन रहा है। आख़िर माजरा क्या है? यह समझने के लिए 5 जुलाई 2022 को नोएडा की ग्रैंड ओमेक्स सोसाइटी में एक महिला के साथ हुई गुंडई और उसके बाद के घटनाचक्र पर बारीकी से नज़र डालना ज़रूरी है। इस घटना के बाद देश भर में नोएडा के एक सफेदपोश दबंग का काला चिट्ठा लोगों के सामने आया।