नागरिकता संशोधन कानून के विरोध में मुज़फ़्फरनगर में 20 दिसंबर, 2019 को हुए विरोध-प्रदर्शनों में हुई हिंसा और सरकारी दमन के किस्से सुनने के बाद ऑल इंडिया मुसलिम पर्सनल लॉ बोर्ड के सदस्य और शिया धर्मगुरु कल्बे जवाद ख़ुद को यह कहने से नहीं रोक पाए कि ‘ऐसा जुल्म तो अंग्रेजों के जमाने में भी नहीं हुआ था।’ उन्होंने पुलिस की दमनात्मक कार्रवाई की तुलना हिटलर के निज़ाम से कर डाली।