कोरोना काल के शुरुआती दौर में जो आरोप जमातियों ने लगाए थे, वही आरोप अब भाजपाई यानी सत्तापक्ष के लोग लगा रहे हैं। मेरठ के एक निजी मेडिकल कॉलेज के कोविड-19 वार्ड की अव्यवस्थाओं और अनियमितताओं के आरोप लगाते हुए जब सोशल मीडिया पर एक डॉक्टर ने वीडियो शेयर किया था तब मेडिकल प्रशासन ने कहा था कि शिकायतकर्ता को खाने में हलीम बिरियानी चाहिए थी इसलिए झूठा आरोप लगाया गया है, लेकिन अब जब चिकित्सा व्यवस्था में कमियाँ उजागर हो रही हैं और आरोप लगाने वाले सत्ता पक्ष से जुड़े हैं तब सरकारी अमले में खलबली मच गई है।