1975 में दिल्ली के रामलीला मैदान में विपक्ष की एक बड़ी रैली हुई थी। जय प्रकाश नारायण ने इसी रैली में इंदिरा गाँधी से कुर्सी छोड़ने की माँग करते हुए सेना और पुलिस का आह्वान किया था कि वह सरकार के आदेश को न माने। इनके भाषण को क्या कहा जाएगा?
आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत ने भारत के महान स्वतंत्रता आंदोलन को महत्वहीन कर दिया। यह सवाल बार-बार उठ रहा है कि भागवत ने देशद्रोह जैसा ऐसा कृत्य क्यों किया। लेकन वरिष्ठ पत्रकार पंकज श्रीवास्तव का कहना है कि आरएसस ने आज़ादी की लड़ाई के दौरान अंग्रेज़ों के पिट्ठू का रोल अदा किया था और चाहता है कि लोग उन अथक क़ुर्बानियों और शहादतों को महत्व ने दें क्योंकि उस लड़ाई से संघ के मुताबिक ‘सच्ची’ आज़ादी हासिल नहीं हुई थी।
बाबरनामा में क्या अयोध्या और संभल में हिंदू मंदिर तोड़कर मस्जिद बनाने का ज़िक्र किया गया है या फिर इस पर झूठ फैलाया जा रहा है? जानिए योगी आदित्यनाथ के दावे की सचाई क्या।
रायबरेली और मुंशीगंज कस्बे को जोड़ने वाले पुल पर आंदोलनकारी किसानों को घेरकर अंग्रेज़ों के गुर्गे ज़मींदार वीरपाल सिंह के हुक्म पर 104 साल पहले इसी दिन गोलियों से भून दिया गया था। जानें इस घटना की पूरी दास्तां।
बनारस हिंदू विश्वविद्यालय में कुछ छात्र-छात्राएँ आर्ट्स फैकल्टी ग्राउंड में ‘मनुस्मृति’ पर चर्चा के लिए इकट्ठा हुए थे। पुलिस का आरोप है कि इनका इरादा मनुस्मृति जलाने का था। तो सवाल है कि उन्हें गिरफ़्तार क्यों किया गया?
अरविंद केजरीवाल की आम आम आदमी पार्टी ने मनमोहन सिंह को कभी ‘भ्रष्टतम प्रधानमंत्री’ कहा था, लेकिन अब इसने उनके लिए ‘भारत रत्न’ की माँग की है। क्या केजरीवाल अपनी पार्टी की ग़लतबयानी के लिए माफी नहीं मांगनी चाहिए?
पूर्व प्रधानमंत्री डॉ मनमोहन सिंह ने 2024 के लोकसभा चुनाव में देश के मतदाताओं को सावधान किया था कि वे भाजपा का वोट न दें, वरना उन्हें मोदी की विनाशकारी नीतियों का सामना करना पड़ेगा, संविधान और लोकतंत्र खतरे में पड़ जाएगा। नतीजा सभी लोग देख रहे हैं। वरिष्ठ पत्रकार पंकज श्रीवास्तव का विश्लेषणः
कुमार विश्वास की नज़र में सोनाक्षी सिन्हा, पिता शत्रुघ्न सिन्हा के घर में रखा हुआ ‘सामान' थीं। सोनाक्षी सिन्हा पर कुमार विश्वास का तंज़ क्या संविधान पर किया गया मनुस्मृति का वार नहीं है?
राज्यसभा में आंबेडकर पर गृहमंत्री अमित शाह का बयान क्या दर्शाता है? क्या उनपर आंबेडकर पर आरएसएस के विचार की छाप नहीं है? जानिए, खुद आंबेडकर ने संघ के बारे में क्या-क्या कहा है।
राहुल गाँधी पर आरोप है कि वे इंडिया गठबंधन को जीत नहीं दिला पा रहे हैं। एक क्षण के लिए मान भी लिया जाए कि सारी ज़िम्मेदारी अकेले राहुल की है पर क्या उनकी ओर से उठाये गये मुद्दे भी ग़लत हैं? जानिए, आख़िर राहुल किस तरह की राजनीति कर रहे हैं।
बांग्लादेश की अंतरिम सरकार ने पाकिस्तान के साथ गर्मजोशी भरे रिश्तों का नया दौर शुरू किया है। पाकिस्तान का एक मालवाहक पोत 13 नवंबर को बांग्लादेश पहुँचा। यह 53 साल पहले बांग्लादेश के जन्म के बाद दोनों देशों के बीच हुआ पहला सीधा समुद्री संपर्क था। ऐसे हालात कैसे बने और इसमें मोदी सरकार की भूमिका क्या है?
राहुल गांधी जब यह आरोप लगा रहे हैं कि गौतम अडानी को कई देशों में सौदा दिलाने में प्रधानमंत्री मोदी ने अपने पद का प्रभाव डाला और दोनों के बीच संबंध हैं तो बीजेपी उनको ग़द्दार क्यों बता रही है?
संभल का संदेश साफ है कि यूपी की भाजपा सरकार यानी योगी आदित्यनाथ की सरकार हिन्दू-मुस्लिम की खाई को इस हद तक बढ़ाना चाहती है ताकि जनता के मुद्दे खत्म हो जाए। ताकि यूपी के उपचुनाव में हुई धांधली को छिपाया जा सके। लेकिन यह खतरनाक खेल अब एक ऐसे बिन्दु पर पहुंच चुका है, जहां देश को आग में झोंकने की तैयारी है। वरिष्ठ पत्रकार पंकज श्रीवास्तव की टिप्पणीः