स्टार्ट अप महाकुम्भ में केंद्रीय मंत्री पीयूष गोयल के बयान पर वबाल मच गया है। तमाम उद्यमी खुलकर सरकार की आलोचना करने को मजबूर हुए हैं। इनमें उद्योग जगत के ऐसे सितारे भी हैं जो कल तक हर बात पर मोदी सरकार की वाह-वाह करते थे। ऐसा लगता है कि सरकार इस मुद्दे पर घिर गयी है। सबसे बड़ी बात ये है कि पीयूष गोयल के बयान में चीन से पिछड़ जाने की स्वीकारोक्ति छिपी हुई है जिससे मोदी सरकार हमेशा मुँह छिपाती रही है। नेता प्रतिपक्ष राहुल गाँधी ने बजट सत्र में लोकसभा में यही कहा था जिस पर बीजेपी ने उन्हें चीनपरस्त तक बता दिया था।
नफ़रत के इंजन से कैसे दौड़ेगा विकास?
- विचार
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- 7 Apr, 2025

बीती रामनवमी के दिन कई प्रदेशों में निकले जुलूसों में हिंसा और गाली-गलौज दुनिया भर में सुर्खी बनी, जबकि चीन अपने एआई रीज़निंग मॉडल डीपसीक की वजह से चर्चा में है।
दिल्ली में 5 अप्रैल को केंद्रीय उद्योग एवं वाणिज्य मंत्री पीयूष गोयल ने स्टार्ट-अप महाकुम्भ में समापन भाषण देते हुए कुछ ऐसा कह दिया कि उद्यमियों को बर्दाश्त नहीं हो रहा है। उन्होंने कहा, “हमारा ध्यान फूड डिलीवरी एप्स की तरफ़ ज़्यादा है। हम बेरोज़गार नौजवानों को सस्ते लेबर में बदल रहे हैं ताकि अमीर लोगों को बिना घर से बाहर निकले खाना मिल सके। …लोग फैंसी आइसक्रीम और कूकीज़ बेच रहे हैं। हेल्दी आइसक्रीम, 'ज़ीरो ग्लूटन फ्री’ और ‘विगन’ जैसे शब्द लगाकर अच्छी पैकेजिंग करके अपने आपको स्टार्टअप बोलते हैं। यह स्टार्टअप नहीं है। यह व्यवसाय है।”